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दीपोत्सव के लिए दुल्हन की तरह सजी रामनगरी, राम की पैड़ी पर लेजर शो ने बिखेरी छटा

गाजीपुर न्यूज़ टीम, अयोध्या. रामनगरी में दिवाली, वह भी त्रेता युग वाली। युगों से प्रज्वलित पुरातन और सनातन परंपरा के अक्षयदीप को जब लाखों दीयों की लौ का संग मिलेगा तो उमंग की लहरें सरयू से स्वस्थ प्रतिस्पर्धा करेंगी। सात लाख 51 हजार दीयों का रिकार्ड बनाने का लक्ष्य संधान कर चुके दीपोत्सव की शुरुआत तो सुबह दस बजे से ही हो जाएगी। साकेत महाविद्यालय से उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ध्वज दिखाकर रामकथा पर केंद्रित झांकियां रवाना करेंगे। अपराह्न 2:15 बजे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रामकथा पार्क पहुंचेंगे। श्रीराम, सीता एवं लक्ष्मण के स्वरूप का राज्याभिषेक अपराह्न 3:10 बजे होगा और राम की पैड़ी परिसर में सायं 6:30 बजे होलोग्राफी शो, प्रोजेक्शन मैपि‍ंग, रामायण पर आधारित लेजर शो अपनी छटा बिखेरेगा।

दीपोत्सव के स्वागत में रामनगरी आस्था की लौ से जगमग हो रही है। दीपोत्सव की पूर्व संध्या तक रामनगरी ऐसी होर्डिंग से पट गई है, जिनमें श्रद्धा-आस्था का भावनात्मक संगम है। इनमें एक पर रामजन्मभूमि परिसर में स्थापित रामलला के विग्रह के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का चित्र अंकित है और उल्लिखित है-'आस्था औैर विश्वास से भरा उत्सव/श्रीराम की जन्म स्थली आकर देखें दीपोत्सव। दीपोत्सव के माध्यम से आस्था की इंद्रधनुषी छटा सरयू तट स्थित रामकथा पार्क से लेकर राम की पैड़ी तक हर ओर बिखर रही है। पैड़ी परिसर दीपोत्सव के अनुरागियों से खचाखच भरा है। इनमें से यदि आधे अनुरागी 10 लाख से अधिक दीपों को प्रज्ज्वलित करने की तैैयारी में लगे स्वयंसेवी हैं, तो बाकी श्रीराम की विरासत को शिखर पर प्रतिष्ठित होते देखने की लालसा वाले श्रद्धालु हैं।

सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से नए आयाम का स्पर्श : सायंकालीन बेला तक दीपोत्सव सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से नए आायाम का स्पर्श कर रहा है। बड़ी देवकाली, गुप्तारघाट, भरतकुंड जैसे रामनगरी और आसपास के 13 पौराणिक महत्व के स्थलों पर सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से दीपोत्सव की आभा में सुर-लय-ताल के नाद का संचार होता रहा।

रामजन्मभूमि परिसर भी होगा आलोकित : भव्य मंदिर निर्माण के बीच रामजन्मभूमि परिसर में बुधवार को 51 हजार दीप जलाए जाने की तैयारी चल रही है। दीपोत्सव लंका विजय के बाद श्रीराम के अयोध्या लौटने की स्मृति का महोल्लास है। यह उल्लास दीपावली के रूप में युगों से प्रवाहमान रहा है और 2017 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे मेगा इवेंट के रूप में नया तेवर-कलेवर प्रदान किया।

हरे रंग की रेशमी पोशाक में होंगे रामलला : दीपोत्सव पर रामलला हरे रंग की रेशमी पोशाक में होंगे। रामादल अध्यक्ष पं. कल्किराम ने रामलला के मुख्य अर्चक आचार्य सत्येंद्रदास को रामलला की पोशाक प्रदान की। वाराणसी के रूपेश सि‍ंह ने दिग्गज कलाकार सुदर्शन पटनायक की परंपरा आगे बढ़ाते हुए दीपोत्सव की पूर्व संध्या को अविस्मरणीय बनाया। उन्होंने पुण्य सलिला सरयू की रेत से श्रीराम और भरत के मिलन का मनोहारी अंकन किया।

जलेंगे 13 लाख दो हजार दीप : सोमवार से राम की पैड़ी परिसर में दीपों को बिछाए जाने का काम मंगलवार को देर रात तक पूरा किया जाता रहा। बुधवार को प्रथम बेला तक इन दीपों में तेल और बाती डाले जाने का अभियान शुरू होगा। सायं 4:45 बजे से दीपों का प्रज्वलन शुरू होगा। रामकी पैड़ी के 32 घाटों पर दीपों को प्रज्वलित करने के काम में 12 हजार स्वयंसेवी लगाए गए हैं। रामनगरी के अन्य पौराणिक स्थलों एवं मंदिरों पर तीन लाख दीप जलाए जाएंगे।

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