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Ghazipur News : चबूतरा निर्माण विवाद में सभासद सहित 14 गए जेल

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. सतुआनी घाट स्थित विवादित मंदिर परिसर भूमि पर निर्माण कार्य होने को लेकर गुरुवार की दोपहर बाद दो पक्षों में विवाद के बाद कोतवाली लाए गए लोगों में एक धरने पर बैठ गया और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगा। सूचना पर थाने पहुंचे एसडीएम भारत भार्गव ने मनोनीत सभासद जयप्रकाश गुप्ता सहित 14 लोगों को शांतिभंग में जेल भेज दिया। पुलिस दोनों पक्ष के लोगों को लेकर कोतवाली पहुंची, लेकिन एक पक्ष के लोग कोतवाली में बेमियादी अनशन पर बैठ गए।

सतुआनी घाट स्थित विवादित भूमि पर बुद्ध की प्रतिमा रखने को लेकर महीनों से दो पक्षों के बीच विवाद चल रहा था। गुरुवार को वीरेंद्र मौर्य पक्ष के लोग चबूतरा का निर्माण करा रहे थे। आरोप है कि इसकी जानकारी होते ही शिव मंदिर ट्रस्ट सतुआनी घाट के अध्यक्ष जयप्रकाश गुप्ता दर्जन समर्थकों संग पहुंच गए और चबूतरे को तोड़ दिए। इससे दोनों पक्षों के बीच विवाद हो गया। पुलिस दोनों पक्ष के लोगों को लेकर कोतवाली पहुंची। 

जहां कारवाई की मांग को लेकर जय प्रकाश गुप्ता समर्थकों संग अनशन पर बैठ गए। जानकारी पाकर एसडीएम भारत भार्गव व क्षेत्राधिकारी हितेंद्र कृष्ण कोतवाली पहुंचे और अनशन पर बैठे लोगों से वार्ता किए। 36 लोगों ने गुमराह कर कोतवाली लाने की बात बताई तो एसडीएम ने शिव मंदिर ट्रस्ट सतुआनी घाट के अध्यक्ष व मनोनीत सभासद जयप्रकाश गुप्ता सहित 14 लोगों को शांति भंग में जेल भेज दिया। 

वहीं एक पक्ष के वीरेंद्र मौर्य ने बताया कि विवादित भूमि से कुछ दूरी पर अपने जमीन पर चबूतरा का निर्माण करा रहा था जिस पर जय प्रकाश गुप्ता समर्थकों संग पहुंचकर चबूतरा तोड़ कर गाली गलौज कर मारने-पीटने के लिए दौड़ा लिए और सामान लेकर चले गए। कोतवाली में 15 नामजद व 30 अज्ञात के खिलाफ तहरीर दी गई है। जयप्रकाश गुप्ता ने आरोप लगाया कि विवादित भूमि पर चबूतरा निर्माण कार्य रोकने पर पुलिस प्रशासन ने एकपक्षीय कारवाई करते हुए जेल भेज दिया है।

मंदिर प्रकरण के विवाद को लेकर दोनों पक्षों को कोतवाली लाया गया था, लेकिन एक पक्ष के 50 लोग धरने पर बैठ गए। उनके खिलाफ शांति भंग, निर्माण को तोड़ना व निर्माण सामग्री लेकर जाना सहित अन्य धाराओं में मुकदमा किया गया है। पूछताछ में 36 लोगों ने बताया कि उन्हें गुमराह कर कोतवाली लाया गया है जिन्हें चेतावनी देकर छोड़ दिया गया है। शेष 14 लोगों को शांतिभंग में जेल भेज दिया गया है।- भारत भार्गव, एसडीएम जमानियां।

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