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आरवीएनएल के पीडी ने परखा ताड़ीघाट-मऊ रेल खंड का काम

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. आरवीएनएल (रेल विकास निगम लिमिटेड) के परियोजना डायरेक्टर सत्यम कुमार ने बुधवार ताड़ीघाट-मऊ रेल खंड के विस्तारीकरण कार्य का निरीक्षण किया। जिले में करीब बारह सौ करोड़ की लागत से चौदह किमी लंबे रेलखंड के पहले चरण के काम की प्रगति देखी। अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ बैठक कर हालातों का जायजा लिया। काम की रफ्तार बढ़ाने और प्रतिदिन की रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए।

मंगलवार ताड़ीघाट-मऊ रेल खंड के विस्तारीकरण अंतर्गत पहले चरण के चल रहे निर्माण कार्यों के निरीक्षण के सिलसिले में अपने दो दिवसीय दौरे पर को शहर स्थित रेलवे के गेस्ट हाउस पहुंचे। जहां उन्होंने मातहत संग परियोजना के बाबत अब तक हुए कार्यों की बिन्दुवार समीक्षा की। उन्हें प्रोजेक्टर के माध्यम से प्रजेंटेशन दिया गया। 

कार्यदायी संस्थाओं से परियोजना के डिजायन, अभिलेखों का निरीक्षण के उपरांत उनका काफिला सीधे शहर स्थित चकफैज, सुखदेवपुर, झिंगुरपट्टी देहात, शहर पहुंचा जहां रेल वायडक एप्रोच के गार्डर लांचिग, डैक स्लैब, शटरिंग, ड्रेन निर्माण, बेयरिंग आदि के लिफ्टिंग का निरीक्षण किया। धीमे कार्यों पर उन्होंने संबंधित को हिदायत दी। इसके उपरांत निर्माणाधीन घाट स्टेशन, सोनवल का भी निरीक्षण करने के बाद वह सीधे गंगा नदी पर बन रहे रेल सह रोड पुल के चल रहे कार्यों की जांच की, जहां उन्होंने संतोष जताया। उन्होंने कार्यदायी संस्थाओं को हिदायत दी कि परियोजना निर्धारित 2022 दिसंबर तक पूरा किया जाना है।

उनके निरीक्षण कर वापस जाने के बाद कार्यदायी संस्थाओं, इंजीनियरों ने राहत की सांस ली। इस दौरान एसपी सिंग्ला कंशट्रकशन के प्रोजेक्ट मैनेजर अमनदीप गोयल, डीपीएम सुनील सिंह, विद्युत राव, राकेश कुमार, जीपीटी के वाईस प्रेसीडेंसी अश्वनी कुमार, जीएम गौतम सरकार, पीएनडार के जीएम अफरोज कापरा, अजय राय, रितेश कुमार आदि मौजूद रहे। 

दिसंबर 2022 तक काम पूरा करने का लक्ष्य:: आरवीएनएल (रेल विकास निगम लिमिटेड) के परियोजना डायरेक्टर सत्यम कुमार ने बताया कि निर्माण कार्य तेजी से जारी है। परियोजना अपने निर्धारित समय आगामी वर्ष 2022 दिसंबर तक पूरी कर लिया जायेगा। जिसका लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाथों होना सुनिश्चित है। बताया गया कि रेल वायडेक के किनारे हर 50 मीटर पर 30 ट्राली ड्फ्यूज बनाया जाना है। 

उन्होंने रेल कम रोड ब्रिज का एप्रोच वायडेक का काम दोनों तरफ मार्च तक पूरा करने का निर्देश दिया। अब तक 63 में से 26 गार्डरों की लांचिग हो चुकी है, जबकि सात स्पैनों के डैब स्लैब की ढलाई का काम पूरा हो चुका है। इधर 15 स्पैनों के शटरिंग का काम भी शरू हो चुका है। इसके ढलाई का काम दो हफ्तों में पूरा होने की उम्मीद है। रेल वायडक के एप्रोच वायडक में कुल 46 ज्वांटर हैं। रेल वायडक की चौड़ाई 5 मीटर 200 सौ मीटर है।

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