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Ghazipur News : ट्रेन से कटकर व्यवसायी की मौत, GRP ने रेल पटरी से बटोरे शव के टुकड़े

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर जिले के दिलदारनगर (Dildarnagar News) रेलवे स्टेशन के डाउन मेन लाइन में फुट ओवर ब्रिज के पास मंगलवार की रात 7.36 बजे 22356 चंडीगढ़ पाटलिपुत्र एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आने से जमानिया स्टेशन बाजार निवासी बर्तन व्यवसायी श्याम सुंदर कसौधन (55) की मौत हो गयी। घटना के बाद जीआरपी ने डाउन रेलवे पटरी में क्षत- विक्षत शव को बटोर कर चौकी लेकर पहुंची। बुधवार की सुबह स्वजन भी जीआरपी चौकी पहुंचे।आवश्यक कारवाई के बाद जीआरपी ने शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया।

श्याम सुंदर कसौधन व्यापार के सिलसिले से दिलदारनगर कस्बा आये हुए थे। शाम को जमानिया जाने के लिए दिलदारनगर डीडीयू पैसेंजर ट्रेन में बैठे थे तभी अप लाइन में मेमो पैसेंजर ट्रेन के आने की सूचना हुई। पैसेंजर ट्रेन पकड़ने के लिए वह डाउन अप लाइन में खड़ी मालगाड़ी ट्रेन के इंजन के आगे से होकर तीन नंबर प्लेटफार्म पर जाने के लिए डाउन मेन लाइन में पहुंचे कि तेज रफ्तार में आ रही चंडीगढ़ पाटलिपुत्र एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आकर कई हिस्सों में कट गए।

सीना से कमर का हिस्सा आरपीएफ पोस्ट के सामने रेलवे पटरी पर और पैर, हाथ सिर कहीं और पड़ा था। स्टेशन से मिले मेमो की सूचना पर जीआरपी पहुंची और घंटा भर डाउन लाइन में पड़े क्षत- विक्षत शव को बटोर कर एक जगह किया। वह एक नंबर प्लेटफार्म पर बिना सिम व बैट्री का मोबाइल भी मिला। जीआरपी चौकी प्रभारी प्रवेश कुमार सिंह ने बताया कि ट्रेन की चपेट में आने से श्याम सुंदर की मौत हो गयी है। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतु जिला मुख्यालय भेज दिया गया।

रात भर पिता को खोजता रहा पुत्र : श्याम सुंदर के रात तक घर नहीं पहुंचने से स्वजन परेशान हो गए और मोबाइल पर संपर्क करने पर स्विच ऑफ मिला तो वह और घबरा गए। रात भर बड़ा पुत्र सत्यम अपने दोस्तों संग डीडीयू व बक्सर स्टेशन जाकर पिता की खोजबीन किया लेकिन कुछ पता नहीं चला। भोर में पुत्र सत्यम जीआरपी पहुंचा तो मोबाइल व कपड़ा देख पिता के शव होने की शिनाख्त की और घटना की जानकारी स्वजनों को दिया। जीआरपी चौकी पर जमानियां व दिलदारनगर कस्बा से दर्जन भर व्यवसायी सुबह पहुंच गए।

उजड़ गयी सुधा की दुनिया : पति की मौत से पत्नी सुधा देवी की दुनिया उजड़ गयी। रो-रो कर उनका बुरा हाल था। अगल बगल की महिलाएं उन्हें ढांढस बंधा रही थीं। श्याम सुंदर के दो बेटे सत्यम (19) व कृष (15) तथा चार पुत्री हैं जिसमें दो लड़कियों की शादी हो गयी थी और दो की करनी थी। 

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