Today Breaking News

भाजपा ने हमारा इस्तेमाल किया और फिर किनारे कर दिया- ओमप्रकाश राजभर

गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. वर्ष 2017 का विधानसभा चुनाव भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ मिलकर लड़ने वाली सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) इस बार सपा गठबंधन में शामिल है। सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर कहते हैं कि भाजपा समाज में नफरत के बीज बो रही है। वह कहते हैं कि भाजपा ने हमारा इस्तेमाल किया और फिर किनारे कर दिया। पेश है ओमप्रकाश राजभर से बातचीत के अंश...

प्रश्न- अभी तक जो चुनाव हो गए हैं उसमें सपा गठबंधन की क्या स्थिति है?

उत्तर- अभी उन इलाकों में चुनाव हुआ है जहां 13 महीने किसानों ने तीन कृषि कानून के खिलाफ धरना दिया। यहां किसान भाजपा की विदाई के लिए तैयार बैठे थे। भाजपा सरकार ने पांच साल केवल मुस्लिम, यादव व दलित वर्ग को टारगेट किया है। इसलिए मुस्लिमों ने संगठित होकर सपा गठबंधन को वोट दिया। दलित तबके में जो पढ़े लिखे या नौकरी करने वाले लोग हैं, इन लोगों को यह बात समझ में आ गई कि आरक्षण सरकारी संस्थाओं में है और मोदी जी सरकारी संस्थाओं को बेच रहे हैं। आरक्षण खत्म कर रहे हैं। इसलिए दलितों ने भी भाजपा के खिलाफ मतदान किया है।

प्रश्न- इस चुनाव में कौन-कौन से मुद्दे प्रभावी हैं ?

उत्तर- महंगाई व बेरोजगारी सबसे बड़े मुद्दे हैं। भाजपा ने महंगाई कम करने का वादा किया था लेकिन महंगाई बढ़ गई। गैस सिलेंडर 400 से एक हजार रुपये हो गया। अरहर की दाल 97 से बढ़कर 125 से ऊपर हो गई। 50 रुपये वाला सरसों का तेल आज 200 रुपये हो गया। कोरोना में जनता दवा, बेड, आक्सीजन के लिए परेशान थी। जिनके घर के लोग मरे हैं वे भाजपा को हराने के लिए वोट कर रहे हैं। आवारा पशु भी बहुत बड़ी समस्या हैं।

प्रश्न- गठबंधन को कितनी सीटें मिलने का अनुमान हैं?

उत्तर- पहले दो चरणों में 113 सीटों में 90 से 95 सीटें मिलने की उम्मीद है। तीसरे चरण का चुनाव सपा के गढ़ में था, इसमें भी 50 सीटों से अधिक मिलने की उम्मीद है।

प्रश्न- आपने माफिया मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी को टिकट दिया है। उन पर कई मुकदमे हैं?

उत्तर- भाजपा जब बृजेश सिंह को टिकट देकर एमएलसी बनाती है तो कोई सवाल नहीं उठता है। संगीत सोम व सुरेश राणा से कम मुकदमे अब्बास पर हैं। मुख्तार अंसारी बेशक माफिया हैं उन पर मुकदमे हैं लेकिन अब्बास के ऊपर जो मुकदमे लिखे गए वह बदले व नफरत की भावना से योगी सरकार ने लिखाए हैं।

प्रश्न- आप पहले कह चुके हैं कि मेरी नाराजगी भाजपा से कम मुख्यमंत्री योगी से अधिक है, ऐसे में चुनाव के बाद क्या भाजपा के साथ भी जा सकते हैं?

उत्तर- कुछ मुद्दों पर हमारी नाराजगी भाजपा से है तो कुछ चीजों पर हमारी सहमति योगी से थी, पर यह भी कटु सत्य है कि भाजपा ने हमारा इस्तेमाल कर सरकार बनाई फिर किनारे कर दिया। सपा गठबंधन की पूर्ण बहुमत की सरकार बनने जा रही है।

प्रश्न- आप भाजपा को साफ करने की बात कर रहे थे किंतु शादाब फातिमा के आने से आपकी ही सीट फंस गई ?

उत्तर- शादाब फातिमा का चुनाव चिह्न भले ही बसपा का है लेकिन उनके पीछे भाजपा है। गिनती तो 10 मार्च को होगी आप देख लीजिएगा भाजपा 15 से 20 हजार वोट पाएगी। शादाब फातिमा बड़ी मेहनत करेंगी तो 45 से 50 हजार वोट पाएंगी। ओम प्रकाश राजभर को एक लाख से सवा लाख वोट मिलेंगे।

प्रश्न- आप पिछड़ों के नेता हैं, पिछड़ों की अन्य जातियों का क्या रुझान है?

उत्तर- इस चुनाव में भाजपा को अति पिछड़ी जातियों का पूरा वोट नहीं मिल पा रहा है। छोटी-छोटी जातियों का बड़ा वोट बैंक सपा गठबंधन को जा रहा है। सरकार से नाराजगी का तीन से पांच प्रतिशत वोट भी सपा को मिल रहा है। पूर्वांचल में ही सपा करीब 125 सीटें जीतेगी।

'