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मुझे गोली मत मारो, मैं आत्मसमर्पण कर रहा हूं...यूपी पुलिस से भयभीत अपराधी तख्ती लेकर पहुंचा थाने

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गोंडा. 'मैं आत्मसमर्पण कर रहा हूं, मुझे गोली मत मारो...' यह लिखी तख्ती लेकर मंगलवार की दोपहर गल्ला व्यवसायी के अपहरण में वांछित गौतम सिंह अपने भाई अनिल सिंह के साथ छपिया थाने पहुंच गया। यह देख हर कोई दंग रह गया। थाने पर मौजूद पुलिस कर्मी भी सकते में आ गए। आनन-फानन में अपहरण मामले में 25 हजार रुपए के इनामी गौतम सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। 

बीते छह मार्च को छपिया थाना के करनपुर गांव से गल्ला व्यापारी सील प्रसाद उर्फ बबलू का उसकी दुकान से कार सवार चार लोगों ने अपहरण कर लिया था। दस लाख रुपये फिरौती देने की सहमति पर उसे आरोपितों ने बस्ती जिले की सीमा पर छोड़ दिया था। इस मामले में पुलिस ने मुकदमा कर बीते आठ मार्च को अपहरण करने के आरोपित रवि प्रकाश उर्फ रिंकू को गिरफ्तार कर लिया था। 

इसके बाद बीते 13 मार्च को एसओजी व छपिया पुलिस ने वीरपुर रनिया में मुठभेड़ के दौरान आरोपित जुबेर व राज कुमार यादव को गिरफ्तार किया था। मुठभेड़ में आरोपित राजकुमार यादव के पैर में गोली लगी थी। पुलिस ने अपहरण में प्रयुक्त कार व मोबाइल फोन भी बरामद किया था। इसके बाद पुलिस अपहरण में चौथे आरोपित की तलाश कर रही थी। अपहरण का आरोपित छपिया के तांबेपुर गांव निवासी गौतम सिंह हाथ में एक तख्ती लेकर समर्पण करने थाने पहुंच गया। एसपी संतोष कुमार मिश्र का कहना है कि गौतम सिंह ने अपहरण में शामिल होने की बात स्वीकार करते हुए पुलिस के भय से समर्पण किया है।

साहब मुझे माफ कर दीजिए: आरोपित का एक वीडियो भी पुलिस ने जारी किया है। इसमें वह कह रहा है कि सर मुझे माफ कर दीजिए, मैं बहुत डर गया हूं। कप्तान साहब के गोली मारने का सुनकर बहुत डर गया हूं। आत्मसमर्पण कर रहा हूं मैं, गोली मुझे मत मारिए। उसने पूछताछ में अपहरण में शामिल होने की बात स्वीकार की है। 

पहले भी पुलिस की हो चुकी है बदमाशों से मुठभेड़ः 5 फरवरी को नवाबगंज के एक गांव में शौच के लिए निकली किशोरी का बाग में शव मिला था। इस मामले में पुलिस ने महज कुछ ही घंटों के भीतर मुठभेड़ में आराेपित को गिरफ्तार किया। उस वक्त भी एक आरोपित के पैर में गोली लगी थी। वजीरगंज में पुलिस ने मुठभेड़ में एक बच्चे को अपहरण कर्ताओं से छुड़ाया था।

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