Today Breaking News

जेल में बंद कुख्‍यात चंदन सिंह ने गोरखपुर के प्रापर्टी डीलर से मांगी रंगदारी, केस दर्ज

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गोरखपुर. प्रॉपर्टी डीलर सिकंदर से दस लाख रुपये की रंगदारी मांगने के मामले में पिपराइच पुलिस ने कुख्यात बदमाश चंदन सिंह पर केस दर्ज किया है। वहीं रंगदारी मांगने के दौरान वॉयस रिकॉर्ड की जांच भी पुलिस करा रही है। पुलिस का मानना है कि किसी ने चंदन सिंह के नाम पर यह रंगदारी मांगी है। जिस नम्बर से रंगदारी की कॉल आई थी वह फोन नंबर भी बंद है। पुलिस सीडीआर से नंबर की जांच कर रही है।

पिपराइच क्षेत्र के जंगल छत्रधारी टोला शाहपुर निवासी सिकंदर गुप्ता के पास सोमवार को रंगदारी की चार कॉल आईं थीं। रंगदारी मांगने वाले ने खुद को चंदन सिंह बताकर दस लाख रुपये की मांग की और रुपये लेकर मंगलवार को सहनजवा में बुलाया था। सिकंदर गुप्ता ने पुलिस में शिकायत की। इसके बाद उन्हें एहतियातन सुरक्षा दी गई और मामले की जांच शुरू हो गई।

मंगलवार को पुलिस ने इस मामले में चंदन के खिलाफ रंगदारी का केस दर्ज किया। चंदन सिंह वर्तमान में गौतमबुद्धनगर की डासना जेल में बंद है। मंगलवार को पिपराइच थाने पर पहुंचे एसपी नार्थ मनोज कुमार अवस्थी ने सिकंदर से जानकारी ली। इंस्पेक्टर मधुपनाथ मिश्र ने बताया कि केस दर्ज कर लिया गया है। जिस नम्बर से फोन आया था वह मोबाइल बंद है। मोबाइल नम्बर का सीडीआर निकाला जा रहा है। रंगदारी मांगने वाले की आवाज की पहचान की जा रही है।

पूर्व विधायक के साथ रहता है सिकंदर

सिकंदर पूर्व विधायक व बांसगांव के सांसद कमलेश पासवान के चाचा चंद्रेश पासवान के साथ रहता है। वह उनके जमीन के कारोबार सहित अन्य कामों की देखरेख करता है। साथ ही जमीन का ब्रोकर भी है। सिंकदर के अनुसार सोमवार की सुबह 9 बजे पहली बार उसके मोबाइल पर कॉल आई। कॉल करने वाले ने पहले कहा कि तुम चंदन को जानते हो? सिकंदर ने जब कहा कि नहीं जानते हैं तो कॉल करने वाले ने कहा कि बहुत जल्द जान जाओगे। इसके बाद फिर दोपहर में दो बार उसका फोन आया। अंत में जब शाम को 4 बजे फोन आया तो रंगदारी मांगने वाले ने कहा कि मंगलवार की सुबह तक तुम 10 लाख सहजनवा में लाकर दे दो नहीं तो अंजाम भुगतना पड़ेगा।

जेल से पहले भी मांगी गई थी रंगदारी

बांसगांव इलाके के जयंतीपुर के रहने वाले स्वदेश मिश्रा की कौड़ीराम चौराहे पर ही मिठाई की दुकान है। टिक्का सिंह नामक बदमाश ने व्यापारी से 20 लाख रुपया की रंगदारी मांगी थी। टिक्का सिंह गोरखपुर जेल में बंद था। पुलिस ने मोबाइल की जांच की तो टॉवर लोकेशन भी जेल के आसपास ही मिला था। पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज किया था।

'