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पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने की अटकलों के बीच पेट्रोल पंपों पर उमड़ी भीड़

गाजीपुर न्यूज़ टीम, प्रयागराज. रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच अंतरराष्‍ट्रीय बाजार में कच्‍चे तेल का दाम बढ़ गया है। यह वर्ष 2008 के बाद सबसे महंगे दर पर पहुंच गया है। वहीं यूपी विधानसभा चुनाव 2022 भी अब समाप्‍त हो चुका है। ऐसे में पेट्रोल और डीजल की खुदरा कीमत भी बढ़ने के आसार हैं। इसे देखते हुए लोग भी सतर्क हो गए हैं। इसका नमूना पेट्रोल पंपों पर नजर भी आने लगा है। कीमत वृद्धि की संभावनाओं को देखते हुए प्रयागराज में मंगलवार की रात से ही पेट्रोल और डीजल वाहनों में भरवाने के लिए पंपों पर भीड़ उमड़ पड़ी।

उधर सरकारी तेल कंपनियों की ओर से पेट्रोल और डीजल की खुदरा कीमतों में कई चरणों में बढ़ोतरी करने की तैयारी है। इस वृद्धि का सिलसिला मंगलवार से ही शुरू होने के आसार लगाए जा रहे थे। कंपनियों के पास खुदरा कीमतों में एक मुश्‍त कीमतों में बढ़ोतरी के साथ ही प्रतिदिन थोड़ी-थोड़ी वृद्धि करने का भी विकल्‍प है। तेल कंपनियों ने नवंबर के बाद खुदरा कीमतों में बदलाव नहीं किया है।

पेट्रोल-डीजल की मूल्‍यवृद्धि की संभावनाओं को देखते हुए प्रयागराज के कई पंपों पर मंगलवार की रात में वाहनों की लाइन लग गई। हर कोई अधिक से अधिक पेट्रोल और डीजल वाहनों में भरवाना चाह रहा था। वहां अफरा-तफरी का माहौल रहा। आलम यह रहा कि कुछ पेट्रोल पंप पर तो तेल ही खत्‍म हो गए। वहां से लोगों को मायूस ही लौटना पड़ा। सोशल मीडिया पर भी अफवाह उड़ी कि पेट्रोल और डीजल में मूल्‍यवृद्धि होने जा रही है। इसके बाद पेट्रोल पंपों पर वाहनों की लाइन लगने लगी।

अंतरराष्‍ट्रीय बाजार में कच्‍चे तेल के दाम बढ़ गए हैं। मौजूदा समय में कच्‍चे तेल के दाम 115 डालर प्रति बैरल पहुंच चुका है। जानकार 10 मार्च को चुनावी नतीजे आने के बाद डीजल-पेट्रोल और गैस की कीमतों में बढ़ोतरी का अंदेशा जता रहे हैं। इससे पहले ही प्रशासन की नजर पेट्रोप पंपों पर टि गई है। आशंका जताई जा रही है कि पंप संचालक मुनाफाखोरी के चक्‍कर में पहले ही ड्राई घोषित कर सकते हैं। जानकारों की मानें तो तीन नवंबर के बाद से डीजल और पेड्राल की कीमतों में बढ़ोतरी नहीं की गई है, जबकि इस दौरान कच्‍चे तेल की कीम 70 प्रतिशत तक बढ़ चुकी है। सियासी गलियारों में भी ब महंगाई बढ़ने को लेकर चर्चा है।

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