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मेरठ में सैकड़ो घरों के नीचे से होकर गुजरेगी रैपिड रेल के लिए बनने वाली सुरंग

गाजीपुर न्यूज़ टीम, मेरठ. मेरठ शहर में इन दिनों एक वाक्य बड़ी तेजी से प्रचलित हुआ है। रैपिड रेल है तो सबकुछ मुमकिन है। धीरे-धीरे रैपिड नगरी का रूप ले रहे मेरठ में रैपिड रेल प्रोजेक्ट से जुड़ी नई और रोचक जानकारियां रोज लोगों को चौंका रही हैं। एक बार फिर शहरवासियों को हैरान कर देने वाली जानकारी मिली है। 

मिली जानकारी के अनुसार शहर में रैपिड रेल की सुरंग का अधिकांश हिस्सा मकानों के नीचे से गुजरेगा। सर्वे के आंकड़ों के अनुसार, 1750 मकानों के नीचे से सुरंग गुजरेगी। इनमें से 70 मकान ऐसे हैं जिनके हैंडपंप व सबमर्सिबल की गहरी बोरिंग पाइप लाइन इसकी राह में बाधा बन सकती है। इसलिए इन हैंडपंप व सबमर्सिबल पंप की पाइप निकाली जाएगी।

एक हफ्ते के लिए किए जाएंगे शिफ्ट

वहीं, चिह्नित किए गए कमजोर मकानों में रहने वाले लोगों को एक सप्ताह तक किसी होटल या अन्य सुविधाजनक आवास में ठहराया जाएगा। हालांकि, सुरंग खोदने वाली मशीन से किसी भवन को क्षति नहीं पहुंचेगी, न ही भवन में दरार आएगी। यहां तक कि कंपन का भी आभास नहीं होगा। फिर भी प्राथमिक सतर्कता बरतते हुए परिवार के सदस्यों को पहले ही सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया जाएगा। 



रीजनल रैपिड रेल कारिडोर के अंतर्गत मेरठ में रामलीला ग्राउंड के पास से गांधी बाग तक का हिस्सा भूमिगत बन रहा है। 5.50 किमी के इस हिस्से में भूमिगत स्टेशन व सुरंग शामिल हैं। शहर में फुटबाल चौक के नीचे मेरठ सेंट्रल, भैंसाली परिवहन निगम के वर्कशाप के नीचे भैंसाली स्टेशन व बेगमपुल में जीरो माइल के नीचे बेगमपुल स्टेशन बन रहा है।

नगर निगम करेगा पानी की आपूर्ति

चयनित मकानों से हैंडपंप व सबमर्सिबल हटाने व मकानों तक पाइप लाइन से पेयजल उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी नगर निगम को दी जाएगी। जल्द ही इसके लिए संबंधित विभागों के साथ बैठक होगी।

इस महीने के अंत तक शुरू हो जाएगी खोदाई

मेरठ शहर में सुरंग की खोदाई इस महीने के अंत तक शुरू हो जाएगी। एक तरफ मशीन जमीन के अंदर सुरंग खोदती जाएगी, उसी के साथ-साथ मशीन का दूसरा हिस्सा सुरंग बनाने के लिए सेगमेंट को जोड़ता जाएगा। मतलब, जितनी मिट्टी हटाकर जमीन को खोखला किया जाएगा, उतनी जगह में उसे मजबूत करने के लिए कंक्रीट के मजबूत सेगमेंट जोड़े जाएंगे। कुल चार सुदर्शन मशीन सुरंग खोदने के लिए उतारी जाएगी। इनमें दो मशीनें भैंसाली से बेगमपुल और दो मशीनें भैंसाली से फुटबाल चौक का काम करेंगी। इसके बाद इनमें से दो मशीन गांधी बाग से बेगमपुल तक काम करेंगी।

 
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