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आजम को ओवैसी का न्योता, पत्र लिखकर कहा- अखिलेश नहीं मुस्लिमों के हितैषी, हमारे साथ आएं

गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में हार के बाद भी समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। शिवपाल यादव के बाद इन दिनों समाजवादी पार्टी से विधायक आजम खान और उनका परिवार नाराज चल रहा है। इस बीच आजम खान को असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम से न्योता मिला है। आजम खान को AIMIM ने ओवैसी के साथ आने को कहा है।

आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रवक्ता मोहम्मद फरहान ने आजम खान को सीतापुर जेल में पत्र लिखकर भेजा है और कहा है कि अखिलेश यादव मुसलमानों के हितैषी नहीं हैं। इसलिए आप हमारे साथ आइए। चिट्ठी में लिखा गया है कि अखिलेश को मुसलमानों से कतई हमदर्दी नहीं है। पिछले तीन वर्षों में न ही अखिलेश यादव और न ही उनके सलाहकारों ने आजम खान को जेल से छुड़वाने के लिए कोई ठोस कदम उठाया है।

AIMIM प्रदेश प्रवक्ता मोहम्मद फरहान ने सीतापुर जेल में बंद आजम खान को तीन पन्नों की चिट्ठी लिखकर उनके दुख और दर्द को बयां किया है। उन्होंने पत्र में लिखा है कि पिछले चौर वर्षों में जो जुल्म आजम खान और उनके परिवार पर हुए हैं, उस पर कभी भी अखिलेश यादव उनके साथ खड़े दिखाई नहीं दिए।

प्रवक्ता ने पत्र में लिखा कि जब आप मेदांता अस्पताल में जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे थे तो पूरा देश आपकी सलामती की दुआ कर रहा था। आपको देखने और हालचाल लेने के लिए पहुंच रहे थे, लेकिन आजतक अखिलेश यादव ने ये जरूरी नहीं समझा कि वो आपको एक बार देखने या आपसे मिलने जाते। मुस्लिम समाज इस घटिया कृत्य से बड़ा आश्चर्यचकित है।

उन्होंने पत्र में आगे लिखा कि उत्तर प्रदेश की जनता और मुस्लिम समाज को अब पूरा यकीन हो गया है कि अखिलेश यादव नहीं चाहते हैं कि अब आप कभी जेल से बाहर आएं। अगर इनका बस चलता तो आप और आपके परिवार के लोगों की हत्या भी करवा देते, मगर इनके बस में नहीं था।

प्रवक्ता मोहम्मद फरहान ने यह भी लिखा कि आपका केवल इस्तेमाल किया गया। भाजपा के नजर में आपको दुश्मन बना दिया, ताकि अगर कल को आपको या आपके परिवार के लोगों को सजा हो या आपकी जेल में हत्या कर दी जाए तो वे मुस्लिम समाज को यह बता कर उनसे वोट ले सकें की आजम खान को भाजपा सरकार ने खत्म कर दिया। इसीलिए इन्होंने आपको जेल में मरने के लिए छोड़ दिया और पलट कर भी नहीं देखा।

मोहम्मद फरहान आगे लिखते हैं कि अखिलेश यादव ने इतना भी नहीं सोचा कि आपने पार्टी के लिए अपना सब कुछ दांव पर लगा दिया। पूरा परिवार जेल में रहा। एक समय तो ऐसा भी आया जब आप ने अपनी जान तक पार्टी के लिए दांव पर लगा दी। यदि आपको अखिलेश यादव नेता विरोधी दल बनाते तो आप पर कोई एहसान न करते।

आपने तो समाजवादी पार्टी बनाई है। अखिलेश यादव और उनके पिता को मुलायम सिंह यादव को पांच बार मुख्यमंत्री बनाया, लेकिन ये लोग एहसान फरामोस हैं। इनके दिल में न तो आप के लिए कोई हमदर्दी है और न कोई मोहब्बत। ये आपको केवल मुस्लिम वोट बैंक का साधन मात्र समझते हैं। भविष्य में भी अखिलेश यादव और न ही समाजवादी पार्टी आपके लिए और न ही मुस्लिम समाज के लिए कभी हितकारी होगी। इनके दिलो में मुस्लिम समाज और आपके परिवार के लिए केवल नफरत है।

वह पत्र में लिखते है कि जिस मोहब्बत के साथ ओवेसी साहब ने आप के ऊपर हो रहे हर जुल्म के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करके आपके लिए इंसाफ की गुहार लगई है और फसित ताकतों से आप के लिए लड़े हैं वह किसी मकसद या किसी फायदे के लिए नहीं बल्कि एक भाई का भाई से रिश्ता होने का उन्होंने हक अदा किया है। ओवैसी साहब ने आप को हमेशा अपने बड़े भाई का दर्जा दिया है। आपको अपना बड़ा भाई माना है।

असदुद्दीन ओवेसी और एआईएमआईएम का हर कार्यकर्ता आपके साथ मजबूती के साथ खड़ा है। आज पूरे देश के मुसलमानों की यही चाह है कि आप और असदुद्दीन ओवेसी एक साथ एक मंच पर दिखें, जिससे फसिस्त ताकतों को मुह तोड़ जवाब दिया जा सके। सपा और भाजपा को उत्तर प्रदेश से खत्म किया जा सके। आपसे जेल में मिलने का समय चाहता हूं, साथ ही आपसे अनुरोध करूंगा की आप असदुद्दीन ओवेसी में आएं।

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