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CM योगी आदित्यनाथ ने मां विंध्यवासिनी देवी के चरणों में नवाया शीश

गाजीपुर न्यूज़ टीम, मिर्जापुर. चैत्र नवरात्र के दूसरे दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मां विंध्यवासिनी मंदिर में विधिवत दर्शन-पूजन किया। सीएम योगी ने परिसर में मौजूद मां काली के समक्ष भी शीश नवाया। इस दौरान विंध्य धाम परिसर माता के जयकारे से गूंजता रहा। निर्धारित कार्यक्रम से डेढ़ घंटे की देरी से मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर पुलिस लाइन स्थित हेलीपैड में उतरा।

वहां उनका स्वागत मंडलायुक्त योगेश्वर राम मिश्र, एडीजी वाराणसी जोन राम कुमार, डीआईजी आरके भारद्वाज, डीएम प्रवीण कुमार लक्षकार ने किया। परिसर में जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे। सीएम योगी का काफिला भरुहना, शीतल तिराहा, अमरावती चौराहा होते हुए मंदिर पहुंचा।

सीएम योगी ने नहीं की समीक्षा बैठक

10 मिनट के भीतर दर्शन-पूजन के बाद सीएम योगी का काफिला पुनः पुलिस लाइन पहुंचा और फिर हेलीकॉप्टर से वे वाराणसी के लिए उड़ गए। आयुक्त सभागार में होने वाली समीक्षा बैठक नहीं हुई। लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री बनने के बाद यह ऐसा पहला मौका रहा जब योगी आदित्यनाथ ने मां विंध्यवासिनी के दरबार में हाजिरी लगाई।

देश में दूसरी बार सरकार बनने के बाद पहले दौरे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार शाम वाराणसी पहुंचे थे। अपने दो दिवसीय वाराणसी दौरे के पहले दिन मंदिरों में दर्शन-पूजन के बाद अधिकारियों संग बैठक कर विकास कार्यों और कानून व्यवस्था की समीक्षा की। रविवार सुबह नेपाल के प्रधानमंत्री की अगवानी की। उनके साथ मंदिरों में दर्शन-पूजन किया। नदेसर स्थित होटल में शिष्टाचार मुलाकात के बाद नेपाली पीएम को विदा कर सीएम योगी वाराणसी से विंध्याचल पहुंचे। 

मां विंध्यवासिनी धाम में उमड़ी भक्तों की भीड़

चैत्र नवरात्र के दूसरे दिन रविवार को भी मां विंध्यवासिनी धाम में भक्तों की भीड़ उमड़ी है। मंगला आरती के बाद से ही दर्शन-पूजन के लिए लंबी कतार लगी है। मां के भक्तों में जबरदस्त उत्साह देखने को नजर आ रहा है। विंध्याचल की समस्त गलियां सड़कें और घाट श्रद्धालुओं से पटी नजर आ रही है। हर ओर माता के जायकारे गूंज रहे हैं।

बड़ी संख्या में श्रद्धालु अष्टभुजा पहाड़ पर विराजमान महाकाली और मां अष्टभुजी देवी के दर्शन पूजन को पहुंच रहे हैं। भीड़ को देखते हुए पुलिस प्रशासन की ओर से चाक-चौबंद इंतजाम कराए गए हैं। शनिवार को पांच लाख भक्त मां के दरबार पहुंचे थे।

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