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सेवानिवृत अधिकारी को हनी ट्रैप कर वसूले रुपये, मां और बेटी संग चार गिरफ्तार

गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. सि‍ंचाई विभाग में असिस्टेंट इंजीनियर के पद से सेवानिवृत अधिकारी को हनी ट्रैप कर मां बेटी ने नकली पुलिसकर्मियों संग मिलकर तीन लाख 65 हजार रुपये वसूल लिए। मां बेटी ने पूर्व परिचित को झांसे में लेकर अपने घर पर बुलाया था। वहां पर खुद को इंस्पेक्टर बताकर एक युवक साथी संग पहुंच गया और अश्लील वीडियो बना ली। इसके बाद उन्हें ब्लैकमेल करने लगे। वसूली से परेशान होकर पीडि़त ने तालकटोरा थाने में शिकायत की। इसके बाद डीसीपी पश्चिम की सर्विलांस टीम और तालकटोरा पुलिस ने मां बेटी समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया।

एडीसीपी पश्चिम चिरंजीव नाथ सिन्हा ने बताया कि एक बुजुर्ग ने ब्लैकमेल की शिकायत की थी। छानबीन में पता चला कि राजाजीपुरम निवासी अर्चना वालिया और उसकी बेटी मुनमुन उनके पुराने परिचित हैं। होली से दो दिन पहले मां बेटी ने बुजुर्ग को अपने घर पर बुलाया था। बुजुर्ग को दोनों ने एक कमरे में बंद कर दिया, जिसमें पहले से एक युवती मौजूद थी। युवती ने बुजुर्ग को देखते ही कपड़े उतार दिए।

इसी बीच खुद को पुलिसकर्मी बताकर मवैया निवासी विनय यादव और आलमनगर निवासी विक्की उर्फ राहुल वहां पहुंच गए। दोनों ने बुजुर्ग का अश्लील वीडियो बना लिया। इसके बाद उन्हें मुकदमे में फंसाने की धमकी देकर रुपयों की मांग की। पीडि़त ने पास में रखे 15 हजार रुपये आरोपितों को दे दिया। इसके बाद भी आरोपित नहीं माने तो उन्होंने अपने ड्राइवर को भेजकर तीन लाख रुपये मंगाकर उन्हें दे दिया। किसी तरह पीडि़त आरोपितों की चंगुल से छूटकर घर पहुंचे।

कुछ दिन बाद नकली इंस्पेक्टर विनय यादव ने बुजुर्ग को दोबारा फोन किया और मामले को रफा दफा करने के लिए रुपयों की मांग की। इसके बाद बुजुर्ग को दारुलशफा बुलाया। पीडि़त ने आरोपित को फिर से 50 हजार रुपये दिए। इसपर विजय ने कुल पांच लाख रुपये में मामला निस्तारित करने की बात कही। बुजुर्ग के इंकार करने पर उन्हें असलहा दिखाकर धमकाया। परेशान होकर बुजुर्ग ने मामले की छानबीन की तो उन्हें हनी ट्रैप की जानकारी हुई।

इसके बाद पीडि़त ने तालकटोरा थाने में एफआइआर दर्ज कराई, जिसके बाद आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपित विजय ने पकड़े जाने पर पुलिस को भी अदब में लेने की कोशिश की थी। एडीसीपी ने बताया कि आरोपितों ने और कितने लोगों से रुपये वसूले हैं, इसके बारे में छानबीन की जा रही है। उल्लेखनीय है कि राजधानी में इससे पहले भी हनी ट्रैप के मामले सामने आए थे। विभूतिखंड पुलिस ने तब एक डाक्टर को हनी ट्रैप कर वसूली करने वाले गिरोह को पकड़ा था।

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