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रिंकू सिंह का WWE में धमाल, यहां पढ़ें 'वीर महान' के संघर्ष भरेे जीवन की कहानी

गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. साल 2018 की एक शाम थी। रेसलिंग के भारतीय प्रशंसकों ने टीवी खोला और वर्ल्‍ड रेसलिंग एंटरटेनमेंट (डब्ल्यूडब्ल्यूई) देखना शुरू कर दिया। सोचा, विदेशी रेसलरों के इस खेल का कुछ देर आनंद लिया जाए। तभी तेज रोशनियों के बीच एंट्री होती है एक भारतीय वीर महान की। आकर्षक कद-काठी वाले इस व्यक्ति के सामने विदेशी रेसलर आते ही ताल ठोंकता है। मुश्किल से कुछ सेकेंड का ही खेल हुआ होगा और उस विदेशी खिलाड़ी की गर्दन वीर महान के हाथों में होती है। इधर, देश में टीवी के सामने शुरू हो जाती है तालियों की गडगड़ाहट।

छह फीट चार इंच की ऊंचाई और 125 किलो वजन वाले 33 वर्षीय वीर महान का असली नाम रिंकू सिंह राजपूत है और वह उत्तर प्रदेश के भदोही जिले के होलपुर गांव के रहने वाले हैं। रेसलिंग में डेब्यू के साथ उन्होंने विदेश पहलवानों की ऐसी धुलाई की कि भारतीयों के साथ विदेशी भी इनके प्रशंसक हो गए।

ट्रक की राड को बांस में डालकर तैयार किया भाला : रिंकू सिंह के पिता ब्रह्मदेन सिंह ट्रक चलाते थे। वह बताते हैं, मेरे गांव के कुछ लोग भाला फेंकते थे और मैं उनके द्वारा फेंके गए भाले को वापस लाता था। धीरे-धीरे उन्हीं लोगों के भाले से मैंने भी अभ्यास शुरू किया। कुछ दिन बाद मैं उनसे बेहतर करने लगा तो वे भाला देने से मना करने लगे। चार भाइयों में सबसे छोटे रिंकू बताते हैं कि मेरे पास भाला खरीदने के पैसे नहीं थे। फिर मैंने ट्रक से निकली एक पुरानी राड को पिघलाकर उसे बांस में डाला और पांच किलो का भाला तैयार किया और उसी से अभ्यास करने लगा। वीर को भालाफेंक में जूनियर नेशनल में पदक भी मिला है।

बेसबाल से मिली रफ्तार : 2008 में रिंकू ने द मिलियन डालर आर्म नाम के भारतीय रियलिटी टीवी शो में भी हिस्सा लिया। ये बेसबाल का एक टैलेंट हंट शो था। इसमें रिंकू सिंह को अपने भाला फेंकने के अनुभव का फायदा मिला। रिंकू सिंह ने इससे पहले कभी बेसबाल नहीं खेला था, लेकिन अपने मजबूत शरीर और रफ्तार के कारण उन्होंने टैलेंट शो जीत लिया था। फिर क्या था, बेसबाल में करियर बनाने के लिए वीर अमेरिका चले गए। उन्होंने 2009 से लेकर 2016 तक दुनियाभर के कई लीग में हिस्सा लिया।

भालाफेंक, बेसबाल और अब रेसलिंग : रिंकू कहते हैं कि 2018 में बेसबाल को छोड़कर रेसलिंग की तरफ ध्यान देना शुरू किया। 2018 में ही डब्ल्यूडब्ल्यूई से जुड़ गया। शुरुआती दौर में रिंकू नाम से ही डब्ल्यूडब्ल्यूई में चर्चित था। इसके बाद एक टीम बनाई। इसमें मैं, शाकी और ङ्क्षजदर ने लगातार कई मुकाबले जीते। 2021 में कुछ कारणों से टीम से अलग हो गया। फिर डब्ल्यूडब्ल्यूई के साथ जुड़ा। इस बार अपना नाम वीर महान रखा।

सीने पर बड़े अक्षरों से लिखा है मां : डब्ल्यूडब्ल्यूई के शो में वीर महान असल भारतीय स्टाइल में दिखाई देते हैं। उनके भुजाओं तक आने वाले बाल, काली आंखें, लंबी दाढ़ी और माथे पर लगे चंदन के साथ उनका व्यक्तित्व और भी भव्य दिखता है। इनके लुक की सबसे खास बात है माथे पर लगा पारंपरिक चंदन। वीर महान के सीने पर बड़े अक्षरों से मां लिखा है जो सबका ध्यान अपनी ओर खींच लेता है। वह गले में रुद्राक्ष की माला और काले कपड़े पहनते हैं। वह कहते हैं, मेरा सपना था कि मैं अपने मां-बाबूजी को एक घर बनवाकर दूं। द मिलियन डालर आर्म में जीत दर्ज करने के बाद यह सपना पूरा हुआ।

दिग्गज मिस्टीरियो को 119 सेकेंड में किया पस्त : वीर महान ने पिछले तीन हफ्तों में तीन रेसलरों को बुरी तरह हराया। उन्होंने रे मिस्टीरियो के बेेटे डामिनिक मिस्टीरियो को 119 सेकेंड, जैफ ब्रु्क्स को 110 सेकेंड और सैम समोथर्स को सिर्फ 36 सेकेंड में ही ढेर कर दिया।

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