ताड़ीघाट-मऊ रेल लाइन दिसंबर तक होगी पूरी, नए साल में होगा ट्रायल - Ghazipur News
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर जिले की बहुप्रतिक्षित ताड़ीघाट-मऊ रेल (ghazipur tadighat mau rail line) परियोजना के पहले चरण का 74 फीसदी कार्य हो गया है। इस परियोजना से जुड़े आधारभूत काम पूरा होने बाद ब्रिज के ऊपर और स्टेशनों का काम चल रहा है। ऐसे में रेल अधिकारियों का दावा है कि इस साल दिसंबर तक पहले चरण का काम पूरा कर लिया जाएगा। साथ 2023 के शुरुआत में ट्रेन का ट्रायल रन भी शुरू कर दिया जाएगा।
शुक्रवार को रेल विकास निगम लिमिटेड (आरवीएनएल) के सीएमडी प्रदीप गौर ने 14 किमी लंबे परियोजना के पहले चरण के कार्य का निरीक्षण कर समीक्षा बैठक की। जिसमें परियोजना के चल रहे निर्माण कार्यों और अड़चनों पर बातचीत हुई। इस दौरान परियोजना के लिए मिट्टी की खुदाई का मामला पर भी सामने आया। जिस कारण पिछले कुछ दिनों से मिट्टी नहीं होने से कुछ जगहों पर काम प्रभावित हुआ है।
जिस पर परियोजना से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि दो दिनों में जिला प्रशासन की ओर से अनुमति मिलने की उम्मीद है। खनन विभाग की ओर से स्वीकृति मिलने के बाद मिट्टी खुदाई का काम शुरू कर काम को गति प्रदान किया जाएगा।
पीएमओ के निर्देश पर साल तक अंत तक पूरा करना है परियोजना
आरवीएनएल के सीएमडी प्रदीप गौर सुबह दस बजे गाजीपुर शहर के घाट स्टेशन स्थित रेलवे गेस्ट हाउस पहुंचे। जहां उन्होंने कार्यदायी संस्था के अधिकारियों समेत मातहतों संग बैठक कर समीक्षा किया। जिसमें उन्हें प्रोजेक्टर के माध्यम से परियोजना के बाबत प्रजेंटेशन दिया गया।
इस दौरान उन्होंने कार्यदायी संस्थाओं को सख्त हिदायत दिया कि पीएमओ का निर्देश है कि 2022 दिसंबर तक परियोजना हर हाल में पूरी होनी चाहिए, ऐसा नहीं होने पर संबंधित पर कार्रवाई होगी।
निरीक्षण के दौरान आरवीएनएल के सीपीएम विकास चंद्रा, ईडी कमल नयन, जीवेश ठाकुर, अमनदीप गोयल, अश्वनी कुमार, वैभव तात्या, बिपिन गर्ग, सुनिल सिंह, राकेश कुमार, इलेक्ट्रिक के एजीएम ओपी यादव, रितेश सिंह, अजय राय, विद्युत राव आदि मौजूद रहे।
30 जून तक मेमू ट्रेन का परिचालन होगा शुरू
सीएमडी ने सोनवल स्टेशन के पास पिछले करीब दो महीने से मेगा ब्लाक एरिया में ट्रैक के कार्यों का जायजा लिया। यहां उन्होंने ट्रैक की ऊंचाई बढ़ाने, गिट्टी भराई, स्लीपरों के बीच दूरी और स्लीपर को अंतिम रूप से तैयार करने के बारे में अधिकारियों से जानकारी ली। इस दौरान स्लीपरों के बीच अधिक दूरी को कम कराने और तकनीकी कमियों को दूर करने का निर्देश दिया। साथ ही 30 जून तक ट्रैकिंग, लिंकिग और इलेक्ट्रिफिकेशन के कार्यों को पूरा कर मेमू ट्रेन का परिचालन शुरू करने की बात कही। साथ ही यार्ड परिसर में प्लेटफार्म, स्टेशन की मुख्य इमारत सहित अन्य आवासीय भवनों को जल्द पूरा करने को कहा।
रेल सह सड़क पुल पर हो कार्यों से संतुष्ट रहे सीएमडी
सीएमडी ने अंत में मेदिनीपुर स्थित गंगा नदी पर बन रहे रेल सह सड़क पुल का निरीक्षण किया। जहां उन्होंने डैक स्लैब, चैनल स्लीपर आदि के चल रहे कार्यों का निरीक्षण करने के दौरान चल रहे कार्यों पर संतोष जताया। इसके बाद वह वापस दिल्ली के लिए निकल पड़े।
पहले चरण में अब तक 1100 करोड़ खर्च
पहले चरण की ताड़ीघाट मऊ रेल परियोजना जिसकी लागत करीब बारह सौ करोड़ है जिसमें 25-25 करोड़ की लागत से दो स्टेशन सोनवल और घाट स्टेशन का निर्माण होना है। 420 करोड़की लागत से गंगा नदी पर रेल कम रोड ब्रिज के अलावा एप्रोच मार्ग का निर्माण होना है।
परियोजना का निर्माण कार्य तेज चल रहा है। दिसंबर 2022 तक पहले चरण का कार्य पूरा करने के साथ ही नये वर्ष में इसका ट्रायल किया जाएगा।-प्रदीप गौर, सीएमडी आरवीएनएल