कामाख्या धाम और तालाबों के विकास में गड़बड़ी पर कंस्ट्रक्शन का मालिक गिरफ्तार
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर/आजमगढ़़. आर्थिक अनुसंधान संगठन की वाराणसी इकाई ने जिले के मां कामाख्या धाम, परमेन शाह तालाब, भदौरा सेवराई चीर पोखरा और देवकली देव स्थल के पर्यटन विकास और सौंदर्यीकरण के लिए जारी सात करोड़ रुपये धांधली के आरोपित वैभव कंस्ट्रक्शन सप्लायर्स के मालिक राम प्रसाद यादव निवासी शाहवानीपुर थाना अहरौला आजमगढ़ को माहुल राजकीय पालीटेक्निक शमशल्लीपुर के पास से गिरफ्तार कर लिया। रामप्रसाद के ऊपर पर्यटन विकास के लिए जारी सात करोड़ रुपये के दुरुपयोग में संलिप्तता का आरोप है।
वर्ष 2013 में शासन ने जिले के ब्लाक भदौरा स्थित परमेन शाह तालाब, सेवराई चीर पोखरा, मां कामाख्या धाम और देवकली देव स्थल के पर्यटन विकास और सौंदर्यीकरण करीब सात करोड़ रुपये अवमुक्त किए थे। कार्यदायी संस्था उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम लिमिटेड को बनाया गया था। आरोप था कि अधिकारियों, कर्मचारियों ने ठेकेदारों और निर्माण सामग्री सप्लाई करने वाले फर्म स्वामियों से मिलीभगत करके गुणवत्ता में खूब अनदेखी की, जिससे सरकारी धन की खूब लूटखसोट की गई।
विंध्याचल मंडल वाराणसी के पर्यटन निदेशक अविनाश चंद्र मिश्र व संयुक्त निदेशक पर्यटन ने वर्ष 2017 में गहमर थाने में उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम लिमिटेड के अधिकारियों, कर्मचारियों और ठेकेदारों के विरुद्ध शासकीय धन का दुरुपयोग, गबन और क्षति आदि धाराओं में केस दर्ज कराया था। वर्ष 2018 में शासन ने प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन वाराणसी को जांच सौंप दी।
ईओडब्ल्यू के निरीक्षक सुनील कुमार वर्मा ने छानबीन की तो कार्यदायी संस्था के तत्कालीन परियोजना प्रबंधक सहित अन्य अधिकारी, कर्मचारी व ठेकेदार दोषी मिले। ईओडब्ल्यू के डीजी आरके विश्वकर्मा ने गिरफ्तारी के आदेश दिए तो वाराणसी के एसपी डी. प्रदीप कुमार ने आपरेशन को टीम गठित कर दी। इंस्पेक्टर सुनील कुमार वर्मा, विंध्यवासिनी मणि त्रिपाठी, आरक्षी सरफराज अंसारी, राज सिंह यादव की टीम ने आजमगढ़ से गिरफ्तार कर लिया।