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गाजीपुर के दरोगा ने प्रेमिका के साथ निगलीं नींद की गोलियां, झगड़े के बाद उठाया कदम

गाजीपुर न्यूज़ टीम, प्रयागराज. शिवकुटी थाने में तैनात एक दरोगा व उसकी प्रेमिका ने जान देने की कोशिश की। भारी मात्रा में नींद की गोलियां निगल लीं जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाना पड़ा। दोनों ने शादी की बात को लेकर आपस में हुए झगड़े के बाद यह कदम उठाया। फिलहाल गुपचुप तरीके से इलाज कराने के बाद दोनों को घर भेज दिया गया। उधर इस मामले में शिवकुटी पुलिस कुछ बोलने से इंकार करती रही। 

दरोगा मूल रूप से गाजीपुर का रहने वाला है और पूर्व में उसकी तैनाती बहराइच में थी। हाल ही में वह विभागीय परीक्षा पास कर सिपाही से दरोगा बना है। सूत्रों के मुताबिक, बहराइच में बतौर सिपाही तैनाती के दौरान ही उसकी एक महिला से नजदीकी संबंध हो गए। महिला के  पति की मौत हो चुकी है और उसके तीन बच्चे भी हैं। दरोगा के पद पर नियुक्ति के बाद दरोगा प्रशिक्षण के लिए शहर चला आया और महिला से बातचीत कम कर दी।

कुछ समय पहले महिला ने शादी करने की बात कही तो दरोगा ने इंकार कर दिया। 12 जुलाई को महिला दरोगा के शिवकुटी क्षेत्र स्थित किराये के कमरे में पहुंच गई। यहां शादी की ही बात को लेकर दोनों के बीच झगड़ा हुआ और तैश में आकर पहले महिला ने नींद की गोलियां निगल लीं। जिससे उसकी हालत बिगड़ने लगी। यह देख दरोगा ने भी नींद की गोलियां निगल लीं।

इसकी सूचना थाने में तैनात अन्य पुलिसकर्मियों को हुई तो हड़कंप मच गया। आननफानन में दोनों को अस्पताल ले जाया गया। जहां इलाज के बाद उन्हें सुबह घर भेज दिया गया। शाम को महिला शिवकुटी थाने भी पहुंची और पुलिसकर्मियों से कहती रही कि वह उसकी दरोगा से शादी करा दें। उस वक्त तो दरोगा का यही कहना था कि वह किसी भी कीमत पर शादी नहीं करेगा।

हालांकि बाद में दोनों आपस में बात करके थाने से चले गए। इस मामले में शिवकुटी एसओ मनीष कुमार त्रिपाठी से बात की गई तो उन्होंने थोड़ी देर में जानकारी देने की बात कही और फिर कॉल ही नहीं रिसीव की। उधर एक अफसर ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि मामले में कोई शिकायत नहीं मिली है। उपचार के बाद दोनों को घर भेज दिया गया था।

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