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गाजीपुर में केंद्रीय मंत्री के गांव की सड़क बदहाल, अधिकारी बेपरवाह

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर जिले में विकास के दावे करने वाले विभागों की हकीकत सड़कें बयां कर रही हैं। विधायकों से लेकर सांसद और केंद्रीय मंत्री के गांव की सड़कों का हाल भी बद से बदतर है। केन्द्रीय मंत्री डा. महेन्द्रनाथ पाण्डेय के पैतृक गांव पख्खनपुर जाने वाली सड़क के साथ ही क्षेत्र की आधा दर्जन से अधिक प्रमुख सड़कें और गांवों को जाने वाले लिंक मार्ग जर्जर हालात में हैं। पूर्व विधायकों के गांव की सड़क भी क्षतिग्रस्त होकर गड्ढे में तब्दील हो गए हैं। बारिश के इस मौसम में जर्जर सड़कें जनता के लिए परेशानी का सबब बन गयी हैं। वर्षों से क्षतिग्रस्त सड़कों की सुधि लेने वाला कोई नहीं है। अनेक बार की शिकायतों के बावजूद जिम्मेदार अधिकारी और जनप्रतिनिधि चुप्पी साधे जनता को हो रही परेशानी का नजारा देख रहे हैं।

मखदुमपुर-मंगारी से केन्द्रीय मंत्री डॉ. महेन्द्रनाथ पाण्डेय के पैतृक गांव पख्खनपुर जाने वाली सड़क दशकों से खस्ताहाल है। इस जर्जर सड़क पर गड्ढा मुक्त के नाम पर ठेकेदार द्वारा ईट की टुकड़ी डालकर छोड़ दिया गया है। वहीं भीमापार बाजार से बरहपार-मई मलौरा, मिर्जापुर वाया प्यारेपुर को जाने वाली सड़क करीब एक साल से भी अधिक समय से गड्ढे में तब्दील हो चुकी है। उधर ग्रामसभा पट्टी गरीब उर्फ मई से आजमगढ़ जनपद को जोड़ने वाली करीब दो किलोमीटर लंबी सड़क की भी सूरत बदल गयी है, जिससे पड़ोसी जनपद आजमगढ़ आने-जाने वाले लोगों को काफी परेशानी होती है। 

इसी क्रम में भीमापार बाजार से माहपुर रेलवे स्टेशन को जाने वाली प्रमुख सड़क की स्थिति इतनी बदहाल है कि यदि थोड़ी सी भी चूक हुई तो राहगीरों का चोटिल होना निश्चित है। सड़क पर बड़े-बड़े गढ्ढे बन गए हैं। इन गड्ढों में जलजमाव और कीचड़ में फिसलकर लोग आयेदिन चोटिल हो रहे हैं। कमोबेश यही हालत बिजरवां से दलीपरायपट्टी गांव को जाने वाली सड़क का है, जिस पर जगह-जगह गड्ढे बन गए हैं। 

इन सड़कों की दुर्दशा को देखकर सहजता से अनुमान लगाया जा सकता है कि ग्रामीण क्षेत्र की जनता कैसे आवागमन करती होगी। सड़कों की जर्जरता का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि महज सात किलोमीटर का सफर बाइक से भी तय करने में आधे घंटे से अधिक समय लग जाता है। क्षेत्र की क्षतिग्रस्त सड़कों को देखकर सरकार के गड्ढा मुक्त सड़कों के दावे की भी पोल खुलती नजर आती है। बड़े-बड़े गड्ढों का रूप ले चुकी इन सड़कों पर राहगीरों का चलना मुश्किल हो गया है।

जखनिया तहसील मुख्यालय की सड़क वर्षों से खस्ताहाल

तहसील मुख्यालय जखनियां को जाने वाली चौतरफा सड़कें बुरी तरह से बदहाल हो चुकी हैं। सादात से मजुई होकर जाने वाली सड़क हो या फिर बहरियाबाद से रायपुर होते हुए जाने वाली सड़क, सबका बुरा हाल है। दुल्लहपुर से होकर भी यदि जखनियां आना है तो जर्जर सड़कों का सामना करना ही पड़ेगा। विडम्बना तो यह है कि तहसील स्तरीय अधिकारियों से लगायत जनपद स्तरीय अधिकारियों और क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि भी इन्हीं सड़कों से होकर यहां पहुंचते हैं, फिर भी कोई सुधि लेने वाला नहीं है। ऐसे में जनता अधिकारियों से लेकर जनप्रतिनिधियों को जी-भरकर कोसती नजर आती है।

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