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अखिलेश यादव पर महिला आयोग नाराज, DGP से कहा- 3 दिन में FIR हो

गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. राष्ट्रीय महिला आयोग ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के खिलाफ यूपी DGP से शिकायत की है। आयोग ने अखिलेश के 'सिर्फ मुख नहीं शरीर भी माफी' वाले ट्वीट को संज्ञान लिया है। यह ट्वीट भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा के खिलाफ थी। आयोग ने अपने लेटर में निष्पक्ष और समय पर जांच की मांग की है।

आयोग अध्यक्ष रेखा शर्मा ने अपने लेटर में IPC के 3 धाराओं का भी जिक्र किया है। उन्होंने कहा, ''अखिलेश यादव ने लोगों को नूपुर शर्मा पर हमला करने के लिए उकसाया है।'' उन्होंने DGP से IPC की धारा 506, 509 और 504 के तहत केस दर्ज कर 3 दिन के भीतर अवगत कराने की बात कही है।

अखिलेश ने 1 जुलाई को किया था ये ट्वीट

''खुद को एक पार्टी का नेता कहने वाले इस आदमी को देखो''

रेखा शर्मा ने सोमवार सुबह अखिलेश यादव के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए लिखा, ''खुद को एक पार्टी का नेता कहने वाले इस आदमी को देखो। यह लोगों को नूपुर शर्मा पर हमले के लिए उकसा रहा है। मैं यूपी पुलिस और डीजीपी को लेटर लिखकर इनके खिलाफ ऐक्शन की मांग कर रही हूं। सुप्रीम कोर्ट से अपील है कि मामले में स्वत: संज्ञान लें।''

महिला आयोग ने शिकायत में लिखा है, ''आयोग ने अखिलेश यादव का श्री मति नूपुर शर्मा के खिलाफ नफरत और बुरी भावना भड़काने वाला और दो धार्मिक समूहों के बीच सांप्रदायिक अशांति बढ़ाने वाला ट्वीट देखा, जो निंदनीय है।

आयोग ने प्राथमिक तौर पर पाया है कि इस मामले में ये धाराएं लगाई जा सकती हैं- आपराधिक इरादे, महिला की निजता के अपमान के इरादे से कही गई बात, हावभाव या कोई काम करना और शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान करना।''

अखिलेश यादव ने सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी पर किया था ट्वीट

दरअसल, 27 मई को भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा ने एक टीवी डिबेट में पैगंबर साहब के खिलाफ विवादित टिप्पणी की। इसके बाद उन पर कई राज्यों में केस दर्ज हुए हैं 5 जून को भाजपा ने उन्हें पार्टी से बाहर कर दिया। सुप्रीम कोर्ट ने बीते हफ्ते नूपुर की एक याचिका पर विचार करने से इंकार कर दिया।

साथ ही मौखिक टिप्पणी भी की कि ''नूपुर शर्मा को टीवी पर आकर माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने लोगों की भावनाएं भड़काई हैं और देशभर में जो कुछ भी हो रहा है, उसकी जिम्मेदार नूपुर ही हैं। उन्होंने देश की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा किया है।'' अखिलेश यादव ने सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी पर ट्वीट किया। उन्होंने लिखा था, सिर्फ चेहरे को ही नहीं, शरीर को भी माफी मांगनी चाहिए।


अखिलेश के खिलाफ लिखा गया लेटर...

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