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मां कष्टहरणी मंदिर में भव्य शृंगार - Ghazipur News

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. शारदीय नवरात्र के पहले दिन करीमुद्दीनपुर स्थित मां कष्टहरणी के दरबार में भक्तों के आने का ताता भोर से ही लग गया। सैकड़ों की संख्या में कष्टहरणी के दरबार में भक्तों ने माथा टेका। बताया जाता है कि जनश्रुतियों के अनुसार यह स्थल दारूक वन के नाम से जाना जाता था, जिसमें शेर बाघ जैसे हिंसक जीव विचरण किया करते थे। 

त्रेतायुग में भगवान राम ,लक्ष्मण महर्षि विश्वामित्र के साथ अयोध्या से सिद्धाश्रम बक्सर जाते समय यहां पर रूक कर मां कष्टहरणी का दर्शन पूजन किये थे। बाबा कीनाराम जी को मां कष्टहरणी ने अपने हाथ से प्रसाद प्रदान कर सिद्धियां प्रदान की थी। मां के प्रांगण में बाबा कीनाराम बाबा का भी मूर्ति स्थापित है। पुजारी के रूप में राजकुमार पाण्डेय, किशुनदेव उपाध्याय ,महेश्वर पाण्डेय, मां की सेवा में लगे हैं।

विधि विधान से पूजन कर मांगा आशीर्वाद

मुहम्मदाबाद में नवरात्रि के प्रथम दिन नगर सहित ग्रामीण इलाकों मां दुर्गा के मंदिरों में दर्शन पूजन के लिए सोमवार को श्रद्धालुओं का ताता लगा रहा। दुर्गा मंदिर पूरे भव्य तरीके से फूल मालाओं एवं माता की चुनरी आदि पहनाकर सजाया गया था। जहां श्रद्धालुओं ने मंदिर में पहुंचकर पूजन अर्चन किए। मोहम्मदाबाद तहसील प्रांगण स्थित मनोकामना देवी दुर्गा मंदिर, यूसुफपुर स्थित काली मंदिर, स्टेशन रोड स्थित दुर्गा माता का मंदिर, तिवारीपुर मोड़ स्थित दुर्गा माता का मंदिर आदि जगहों पर सुबह से ही महिलाओं एवं पुरुषों की लंबी कतारें देखी गई। मां दुर्गा के प्रतिमा के सम्मुख पूरे विधि विधान से पूजन कर शीश नवाकर आशीर्वाद लिया।

कामाख्या धाम में उमड़ा आस्था का सैलाब

पूर्वांचल की विख्यात शक्तिपीठ मां कामाख्या धाम शारदीय नवरात्र के प्रथम दिन भक्तों से गुलजार रहा। नवरात्रि के प्रथम दिन मां के दरबार में भक्तों के आने का क्रम भोर की मंगला आरती के बाद से शुरू हुआ तथा देर शाम तक चलता रहा। माता रानी के जयकारे से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया।सुबह के आठ बजे के बाद से लेकर दोपहर दो बजे तक पूरा मंदिर परिसर दर्शनार्थियों से भर गया। नारियल,प्रसाद,जलपान एवं चूड़ी श्रृंगार की दुकानों पर काफी भीड़ दिखी। 

वहीं मंदिर परिसर में छोटे बच्चों का मुंडन संस्कार भी कराने वालों की भीड़ मौजूद रही। भक्तों ने माता के दरबार में हाजिरी लगाकर अपने व परिवार की सुख-शांति व समृद्धि के लिए कामना की। मां कामाख्या के दर्शन के उपरांत भक्त मंदिर स्थित भैरव मंदिर, राम जानकी मंदिर, संकटमोचन हनुमान मंदिर पर भी लोगों ने विधिवत दर्शन पूजन किया। मंदिर के महंत आकाश राज तिवारी ने बताया कि सच्चे मन से माता की पूजा कर मन्नतें मांगनें से वह अवश्य पूरी होता है। गहमर कोतवाल पवन उपाध्याय और कामाख्या चौकी इंचार्ज ब्रजेश मिश्रा महिला तथा पुरुष पुलिसकर्मियों के साथ सतर्क दिखे।

दुकानों पर की खूब खरीदारी

गहमर में मां कामाख्या धाम और करीमुद्दीनपुर स्थित मां कष्टहरणी मंदिर परिसर में दर्जनों की संख्या में प्रसाद एवं फूल-माला की दुकानें सजी थी, जिस पर खरीदारों की भीड़ लगी रही। इसके अलावा, चाय-नाश्ते, खिलौने, गुब्बारे सहित अन्य सामानों की दुकानें लगाई गई थी। प्रसाद और फूलमाला की खरीद करने के बाद भक्तों ने दर्शन-पूजन किया। चाय-पकौड़ी का आनंद लेने के साथ ही पूजा सामग्री की दुकानों से शेरावाली की तस्वीर, उनकी फोटो लगी लाकेट अंगूठी सहित अन्य सामानों की जमकर खरीदारी की, जिससे दुकानदारों की अच्छी बिक्री रही।

चंडीधाम में लगी भक्तों की कतार

बहादुरगंज में नवरात्र के पावन पर्व के प्रथम दिन मां चंडी धाम मंदिर में सुबह से भक्तों की कतार लगी। मां काली मंदिर मां, दुर्गा मंदिर सलामतपुर व झिलमिल दास कुटी मंदिर पुरानीगंज पर श्रद्धालुओं की काफी भीड़ रही। भक्तों ने मां शैलपुत्री देवी के रूप में पूजा अर्चना किया। मां को प्रसन्न करने के लिए नारियल, चुनरी, अगरबत्ती, प्रसाद व घंट बजाकर अपने परिवार के सुख समृद्धि और शांति के लिए प्रार्थना किए। इस दौरान मंदिरों पर सुरक्षा के चाक चौबंद इंतजाम रहे।

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