मुख्तार गिरोह का शूटर मुठभेड़ में घायल, STF ने तीन साथियों के साथ किया गिरफ्तार
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. यूपी एसटीएफ की अलीगंज में गुरुवार रात केन्द्रीय स्कूल के पास आजमगढ़ के बदमाश रवि यादव उर्फ दिग्विजय से मुठभेड़ हो गई। मुठभेड़ के दौरान रवि यादव के पैर में गोली लगी। एसटीएफ ने उसके साथ उत्कर्ष यादव, उमेश और रवि कुमार यादव नाम के युवकों को भी गिरफ्तार कर लिया।
गाजीपुर से पत्रकार की हत्या कर था फरार, 25 हजार का इनामी
एसटीएफ के डिप्टी एसपी धर्मेश कुमार शाही ने बताया कि रवि उर्फ दिग्विजय गाजीपुर जिले में पत्रकार राजेश मिश्रा की हत्या में वान्टेड चल रहा था। गिरफ्तार बदमाश लखनऊ में कोई बड़ी वारदात करने आये थे। सर्विलांस की मदद से इनके अलीगंज में होने की सूचना मिली थी। उसके बाद ही इनकी घेराबंदी की गई थी। एसटीएफ को देखते ही इन लोगों ने फायरिंग शुरू कर दी। क्रास फायरिंग में ही रवि के दाहिने पैर में गोली लगी।
पुलिस ने मौके से तीन तमंचा, कारतूस और एक अर्टिगा कार बरामद की है। रवि पर हत्या, हत्या के प्रयास व रंगदारी मांगने के 18 से अधिक मुकदमे है। पुलिस सभी चारों आरोपियों की कुंडली खंगाल रही है। गाजीपुर में पत्रकार राजेश मिश्रा की हत्या में नाम सामने आने के बाद से फरार चल रहा था। रवि यादव पर आजमगढ़ से 25 हजार रुपए का इनाम घोषित है।
मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद मुख्तार के लिए कर रहा था काम
एसटीएफ के मुताबिक रवि मुख्तार और मुन्ना बजरंगी के इशारे कई वारदातें कर चुका है। रवि ने पांच साल पहले बजरंगी के करीबी तौफीक की हत्या के बाद लखनऊ से फरार हो गया था। बजंरगी की जेल में हत्या के बाद वह मुख्तार के कुछ करीबियों के सम्पर्क में रहने लगा था। उनके कहने पर हत्या और रंगदारी की घटनाओं को अंजाम दे रहा था। दो साल पहले उसका साथी राजेश उर्फ पुन्ना पुलिस मुठभेड़ में मारा गया था।
गाजीपुर में पत्रकार की हत्या के बाद से था फरार
गाजीपुर के करंडा थानाक्षेत्र में 21 अक्तूबर 2017 को आरएसएस कार्यकर्ता और पत्रकार राजेश मिश्रा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। राजेश ने अवैध शराब की तस्करी और बालू खनन के विरोध में कई खबरें लिखी थी।
इस हत्याकांड का मुख्य आरोपी राजीव यादव था। पुलिस ने इस हत्याकांड में पहली गिरफ्तारी बिहार के भभुआ के चैनपुर रायगढ़ के अजीत यादव, हाटा के झनकू यादव व चंदौली के धीना निवासी सुनील यादव की थी।