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चिटफंड कंपनी खोलकर रुपये गबन करने का आरोपी गिरफ्तार, वाराणसी से पकड़ा गया गाजीपुर का धोखेबाज

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर/वाराणसी. गाजीपुर के महुआबाग स्थित शुभ्रा काम्प्लेक्स में सन 2012 में रियल सनराइज ग्रुप ऑफ कंपनी का कार्यालय खोलकर जनता के करोड़ो रुपये जमा कराकर लेकर भागने में शामिल एक आरोपीत को शनिवार दोपहर में थाना कैंट क्षेत्र के कैंटोमेंट एरिया से गिरफ्तार करने में ईओडब्ल्यू वाराणसी टीम को सफलता मिली है।

लुभावनी योजना बताकर करोड़ों रुपये जमा कराया और 2016 में जमा धन वापस न कराकर लेकर हुआ फरार

गिरफ्तार अभियुक्त अंकित कुमार यादव पुत्र शेष कुमार यादव उम्र 27 वर्ष निवासी गोशन्देपुर, थाना करंडा, गाजीपुर का रहने वाला है। रियल सनराइज हॉस्पिटलिटी लिमिटेड और रियल सनराइज केमटेक लिमिटेड और रियल सनराइज मल्टी ट्रेड नामक चिट फंड कंपनी के प्रबंध निदेशक और निदेशकों ने इसका रजिस्ट्रेशन कंपनी रजिस्ट्रार नई दिल्ली और कलकत्ता से कराकर वर्ष 2012 में इसका कार्यालय गाजीपुर में खोला। इसके डाइरेक्टर्स और संचालकों ने मिलकर जनता को झांसा देकर लुभावनी योजना बतलाकर करोडों रुपये जमा कराया और वर्ष 2016 में जमा धन वापस न कराकर लेकर फरार हो गई।

जमानिया के ग्राम बड़ेसर निवासी रामजी सिंह, रामभरोसे प्रजापति और हरेंद्र सिंह ने अक्टूबर 2017 में थाना कोतवाली गाजीपुर में डाइरेक्टर्स और संचालकों के विरुद्ध धोखाधड़ी सहित धन गबन किये जाने का अभियोग पंजीकृत कराया था। प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए उत्तर प्रदेश शासन ने इसकी विवेचना आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन वाराणसी को सुपुर्द किया था।

अभियुक्त कंपनी में मुख्य संचालक की भूमिका में कार्यरत था

मामले के विवेचक निरीक्षक सुनील कुमार वर्मा ने पश्चिम बंगाल निवासी प्रबंध निदेशक और डाइरेक्टरों के साथ साथ स्थानीय डाइरेक्टर्स/संचालकों को भी इस प्रकरण में संलिप्त पाया है। अभियुक्त कंपनी में मुख्य संचालक की भूमिका में कार्यरत था। जिसके द्वारा कंपनी के प्रबंध निदेशक/निदेशकगण और अन्य संचालकों के साथ मिलकर जनता के करोड़ो रुपये झांसा देकर जमा कराने और गबन किये जाने का सबूत पाया गया है।

अभियुक्त के पास से बरामद कार स्विफ्ट डिजायर UP 61 V 2474 इस गबन में शामिल एक अन्य अभियुक्त के नाम से है। जिसे भी सीज करने की कार्यवाही करते हुए जांच की जा रही है। गिरफ्तार अभियुक्त को ग़ाज़ीपुर न्यायालय में प्रस्तुत कर जेल भेजने की कार्यवाही किया जा रहा है। गिरफ्तारी टीम में निरीक्षक सुनील कुमार वर्मा, मुख्य आरक्षी शशिकान्त सिंह, विनोद सिंह, आरक्षी विनीत पांडेय, सरफराज और रोहित सिंह प्रमुख रूप से शामिल रहे।

 
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