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दिनेश लाल यादव निरहुआ के खिलाफ अदालत में दिया प्रार्थना पत्र, दिया था विवादित बयान

गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. चंदौली जनपद की जनसभा में आजमगढ़ के सांसद दिनेश लाल यादव निरहुआ की ओर से दिए गए बयान को विवादित व अमर्यादित बताते हुए उनके खिलाफ अदालत में प्रार्थना पत्र दिया गया है। एमपी-एमएलए कोर्ट/एसीजेएम पंचम उज्ज्वल उपाध्याय की अदालत में दाखिल अर्जी पर प्रकीर्ण वाद के रूप में दर्ज करते हुए अगली सुनवाई चार नवंबर की तिथि नियत कर दी।

प्रकरण के अनुसार चौबेपुर के छितौना गांव निवासी सुनील यादव ने अपने अधिवक्ता ओमप्रकाश यादव के जरिये अदालत में परिवाद दाखिल किया है। परिवाद में आरोप लगाया गया है कि आजमगढ़ के सांसद दिनेश लाल यादव निरहुआ ने बीते 25 अक्टूबर को चंदौली जनपद में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे।

इस दौरान सासंद ने खुले मंच से लोगों को संबोधित करते हुए विवादित व अमर्यादित बयानबाजी करके यादव समाज को बांटने की कोशिश की। सांसद के इस बयान से देश-विदेश में रहने वाले यादव समाज के लोगों की भावनाओ को ठेस पहुंची है। वहीं सासंद के इस बयान के बाद समाज के अन्य लोगों द्वारा टिप्पणी की जा रही हैं। इससे यादव जाति के लोग मर्माहत हैं। अदालत से सांसद के कृत्य को गैर जिम्मेदाराना बताते हुए अदालत में तलब कर दंडित किये जाने की मांग की गई है।

गत दिनों चंदौली के बसारिकपुर में छात्र सभा के प्रदेश सचिव कुलदीप यादव ने आमजगढ़ के सांसद दिनेश लाल यादव निरहुआ का पुतला फूंका था। सपाई गत दिनों निरहुआ के बरठी गांव में दिए गए बयान से बेहद खफा और आक्रोशित नजर आए। सपाइयों ने कहा कि निरहुआ को अपने बयान के लिए यादव समाज से माफी मांगनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि आमजगढ़ सांसद का बयान दुर्भाग्यपूर्ण है। वह भी अपनी पार्टी की तरह मंच से देशभक्ति का सर्टिफिकेट बांटने का दिखावा कर रहे हैं ताकि उनका नाम सुर्खियों में बना रहे। उन्हें आजमगढ़ की जनता ने चुना है। अपने बेहतरीन काम की बदौलत अपना नाम स्थापित करने पर उनका ध्यान होना चाहिए।

लेकिन ऐसा न करके वह उल्टे-सीधे बयान दे रहे हैं। जो किसी भी दृष्टिकोण से उचित नहीं है। यादव समाज ऐसे नेताओं का पुरजोर विरोध करता है। इस अवसर पर अक्षय यादव, आनंद प्रधान, हरिकेश यादव, अजय यादव, विनोद यादव, रामाश्रय यादव, रविकांत, विनोद यादव आदि उपस्थित रहे।

निरहुआ के बयान को बताया शर्मनाक

समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता मनोज सिंह काका ने निरहुआ के बयान को शर्मनाक करार दिया। कहा कि एक चुने हुए जनप्रतिनिधि को ऐसी छोटी व सतही बयानबाजी से बचना चाहिए। यूपी के साथ ही देश व दुनिया के यादव समाज के लोगों ने शोषितों, वंचितों व हक के हाशिए पर खड़े लोगों के हित में काम करने वाले नेताजी मुलायम सिंह यादव के साथ ही समाजवादी पार्टी व अखिलेश यादव में आस्था रखते हैं।

उन्होंने सांसद दिनेश लाल निरहुआ को गुलाम करार दिया। कहा कि वह जनता की सेवा करने की बजाय तानाशाह व अपने राजा की गुलामी कर रहे हैं। जो लोग गुलामी करते हैं वह अपने अंतर-मन से कोई बात नहीं कह पाते। इस कृत्य के लिए दिनेश लाल निरहुआ को यादव समाज से माफी मांगनी चाहिए।

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