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चरस की तस्करी करने वाला दारोगा बर्खास्त, 1988 में हुई भर्ती, चार पुलिसकर्मियों पर भी गिरी गाज

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गोरखपुर. चरस तस्करी में गिरफ्तार कर जेल भेजे गए दारोगा रविंद्र कुमार शुक्ला को आइजी रेंज जे. रविन्दर गौड ने बर्खास्त कर दिया है। इससे पहले गुरुवार को एनडीपीएस एक्ट में दारोगा के जेल जाने के बाद एसएसपी डा. गौरव ग्रोवर ने निलंबित कर दिया था। जांच में तस्करी के आरोपित दारोगा की साठगांठ होने की पुष्टि होने पर एसपी महराजगंज डा. कौस्तुभ ने स्वाट प्रभारी विपेंद्र मल्ल समेत चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया। कार्रवाई की जद में अभी कई और लोग आ सकते हैं।

यह है मामला

शाहपुर थाना पुलिस ने बुधवार दोपहर सम्मन सेल में तैनात दारोगा रविन्द्र शुक्ल व उसके साथी तिवारीपुर के सूर्यकुंड में रहने वाले कुलवीर को 33 किलो चरस के साथ गिरफ्तार किया। लखनऊ, आलमबाग के ओमनगर में रहने वाले वाले दारोगा व उसके साथी पर एनडीपीएस एक्ट का मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने जेल भेज दिया है।

पूछताछ व जांच में पता चला कि महराजगंज जिले के स्वाट प्रभारी उपनिरीक्षक विपेंद्र मल्ल और मुख्य आरक्षी, आशुतोष कुमार सिंह, कृष्ण कुमार सिंह और विद्या सागर से रविन्द्र की साठगांठ थी। नेपाल से तस्करी कर लाया गया चरस गोरखपुर आने की जानकारी सभी को थी। आइजी के निर्देश पर एसपी महराजगंज ने स्वाट प्रभारी समेत चारों पुलिसकर्मियों को गुरुवार की देर रात निलंबित कर रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेज दी। शुक्रवार की शाम एडीजी जोन अखिल कुमार ने पूरे प्रकरण को लेकर आइजी जे. रविन्दर गौड के साथ बैठक की। चर्चा के बाद तस्करी के आरोपित दारोगा को आइजी ने बर्खास्त कर दिया।

चरस के साथ पकड़े गए दारोगा रविन्द्र कुमार शुक्ल को बर्खास्त कर दिया गया है। मामले में महराजगंज जिले के स्वाट प्रभारी समेत चार पुलिसकर्मियों की भूमिका संदिग्ध होने पर एसपी ने उन्हें निलंबित कर दिया है। विभागीय जांच चल रही है। नेपाल से चरस लाकर शहर में बेचने वाले पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश होगा, जो भी इसमें शामिल पाया जाएगा, उसके विरुद्ध सख्त कार्रवाई होगी। - जे. रविन्द्र गौड,आइजी रेंज

स्वाट टीम पर पकड़कर छोड़ने का आरोप

महराजगंज की स्वाट टीम पर रविन्द्र कुमार व उसके साथी को परतावल में पकड़कर छोड़ने का आरोप है। इसकी जानकारी अधिकारियों को हुई तो उन्होंने घेराबंदी कर आरोपितों को दबोच लिया। पूछताछ व जांच में पुष्टि होने पर एसपी महराजगंज ने कार्रवाई करने के साथ ही विभागीय जांच शुरू करा दी है।

1988 में हुई थी रविंद्र की भर्ती

लखनऊ का रहने वाला रविंद्र कुमार शुक्ला 1988 में सिपाही के पद पर उत्तर प्रदेश पुलिस में भर्ती हुआ था। सात फरवरी 2023 को पद्दोन्नति पाकर दारोगा बना था। भर्ती होने के बाद 1988 से 1998 तक महराजगंज जिले में तैनात रहा। चार माह देवरिया में रहने के बाद 22 अगस्त 1998 से 30 मार्च 2015 तक बहराइच में रहा, इसके बाद आठ वर्ष गोंडा में रहकर चार जुलाई 2023 को स्थानांतरित होकर गोरखपुर पहुंचा तो समन सेल में तैनाती मिल गई।

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