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ग़ाज़ीपुर जिला जेल में रहने, मेस में खाने के मांगे जाते थे पैसे- कैदी की खुदकुशी के बाद परिवार ने लगाए आरोप

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. ग़ाज़ीपुर जिला जेल में बंद विचाराधीन कैदी अमन ने बुधवार सुबह खुदकुशी कर ली थी। उसने जेल परिसर में पीपल के पेड़ पर चढ़कर गमछे से फांसी लगा ली थी। अब अमन के परिवार ने आरोप लगाया है कि उसे जेल में प्रताड़‍ित किया जा रहा था। उससे मेस में भोजन के लिए पैसे मांगे जा रहे थे। परिवार ने मामले की जांच की मांग की है।

बैरक नंबर 3 में बंद अमन ने खुदकुशी करने से पहले अपने परिजनों से बात की थी। हालांकि खुदकुशी की स्पष्ट वजह कि अभी तक जानकारी नहीं हो पाई है। अब इस मामले में अमन के परिजन ने आरोप लगाया है कि अमन को जेल में आए दिन प्रताड़ित किया जा रहा था। अमन के परिजन और ग्रामीणों ने बड़ी संख्‍या में बहरियाबाद थाने में बुधवार को हंगामा किया।

अमन के पिता ने सीओ सैदपुर आनंद शाही और एसडीएम जखनिया कमलेश सिंह को पत्र देकर इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच कराए जाने की मांग रखी है। मृतक अमन के परिजन ने बताया कि मंगलवार को उसकी तीनों बहनें संगीता, सुनीता और पूजा जिला जेल में उससे मिलने गई थीं। पूजा का आरोप है कि जेल में प्रताड़ना से अमन काफी परेशान था। अमन ने बताया था कि उसे बैरक में रहने और मेस में भोजन के लिए पैसों की मांग की जा रही है। पैसा नहीं मिलने पर उससे कठिन श्रम कराया जाता है। इससे पहले 8 नवंबर को उसके चचेरे भाई विजय कुमार ने उसे 4 हजार रुपए दिए थे। आरोप यह भी है कि जेल के अधिकारी और पैसे की मांग कर रहे थे।

इस मसले पर डिप्टी जेलर रविंद्र यादव ने बताया कि जेल परिसर में घटना हुई है। जेल के उच्च अधिकारियों को इस बाबत जानकारी दे दी गई है। इस मामले की जांच की जा रही है।अमन ने खुदकुशी क्यों की, इस पर अभी कुछ भी नहीं कहा जा सकता। जांच रिपोर्ट का इंतजार है। जेल का कोई कर्मचारी अगर इस प्रकरण में दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ विभागीय नियमावली के अनुसार एक्शन लिया जाएगा।
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