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यूपी पुलिस सॉल्वर गैंग: बनारस, गाजीपुर, मऊ से 15 गिरफ्तार; जानें कैसे चला रहे थे रैकेट

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. यूपी में हो रही पुलिस भर्ती परीक्षा में पेपर लीक को रोकने के लिए पुलिस की सतर्कता काम आई। बनारस, गाजीपुर और मऊ जिलों से 15 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। ताज्जुब की बाह है कि इनमें से एक खुद को सेना का जवान बता रहा है जबकि दो आरोपी कोस्टगार्ड की सर्विस करते हैं। यह लोग आरके कंसल्टेंसी के नाम से यह पूरा रैकेट संचालित कर रहे थे।
गाजीपुर वाराणसी और मऊ में पुलिस ने यूपी आरक्षी भर्ती परीक्षा से पहले बड़े साल्वर गैंग का भंडाफोड़ किया है। शुक्रवार को गाजीपुर में 8, वाराणसी में 2 और मऊ में 5 लोग पकड़े गए हैं। पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। पूछताछ में पता चला की आरोपियों को वाराणसी से हैंडल किया जाता था।

पहले गाजीपुर में पकड़े गए आरोपियों के बारे में जानते हैं...
गाजीपुर पुलिस को क्लू मिला था कि शनिवार को होने वाली परीक्षा में धांधली की आशंका है। इस सूचना के बाद पुलिस की तरफ से सतर्कता बढ़ा दी गई। परीक्षा से ठीक एक दिन पहले यानि शुक्रवार को गाजीपुर के नोनहरा थाने के मिरदादपुर से सॉल्वर गैंग के 5 सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। पुलिस ने पकड़े गए बदमाशों से 6 लाख रुपए कैश और 21 लाख रुपए के अलग-अलग बैंकों के चेक भी बरामद किए हैं। पुलिस ने बताया कि साल्वर गैंग के पास से बड़ी संख्या मे फर्जी दस्तावेज, 17 अभ्यर्थियों के अंक पत्र, 29 एडमिट कार्ड, 8 आधार कार्ड, 5 नकल चिट के नमूने, 14 मोबाइल फोन इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के साथ एक कार भी बरामद की गई है।
आरोपियों के पास से 1 बाइक 1 कार और 6 लाख रुपये कैश बरामद किया गया है।

वाराणसी के रहने वाले हैं किशन और सुनील
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वाराणसी के किशन मिश्रा और सुनील मिश्रा गैंग में शामिल हैं। परीक्षा से दो घंटे पहले अभ्यर्थियों को वाट्सअप के माध्यम से प्रश्नों के उत्तर देने की तैयारी की जा रही थी। इसके बदले में अभ्यर्थियों से सात से आठ लाख रुपये लेना तय किया गया था। थानाध्यक्ष नोनहरा विजय प्रताप सिंह ने बताया कि गिरफ्तार सभी सदस्य सॉल्वर गैंग के एजेंट के रूप में कार्य करते थे।

पिंटू यादव गैंग का सरगना
पिंटू यादव गिरफ्तार बदमाशों का सरगना बताया जा रहा है। जो पोरबंदर में कोस्टगार्ड के पद पर तैनात है। साथ ही सोनू यादव भी कोस्टगार्ड के पद पर तैनात है। जबकि गिरफ्तार कपिल देव के अलवर में आर्मी में तैनाती की बात कही जा रही है। हालांकि पुलिस इनकी छानबीन कर रही है।
वाराणसी में पकड़े गए सॉल्वर गैंग के सदस्य प्रिंस कुशवाहा और विजय कुमार राय।
3 दिन पहले आया था पिंटू
पुलिस भर्ती परीक्षा की जब सारी सेटिंग गैंग के अन्य सदस्यों ने कर ली थी। इसके बाद 3 दिन पहले ही पिंटू पोरबंदर से प्लेन द्वारा गाजीपुर आया था। सॉल्वड पेपर उपलब्ध कराने वाले वाराणसी के किशन मिश्रा और सुशील मिश्रा पहले भी जेल जा चुके हैं। नोनहरा थाने के एसओ ने बताया कि पकड़े गए आठों आरोपियों का काम कैंडिडेट लाना था। उसके बदले में इन्हे कमीशन मिलता था। किसी सदस्य की पहचान से अगर कैंडिडेट मिलता है तो उसके भी रेट तय होते थे। एक कैंडिडेट पर इन्हे 40 से 50 हजार रुपए कमीशन मिलता था।


पुलिस ने बताया कि नकल दो तरीके से कराई जाती थी। जो लोग 4 से 5 लाख देते थे उन्हें परीक्षा से 2 घंटे पहले ही सवालों के जवाब पढ़ा दिए जाते थे। जो 7 से 8 लाख रुपये देते थे उन्हे व्हाट्सएप पर दो घंटे पहले सवालों के जवाब शेयर कर दिया जाता था।

वाराणसी में सॉल्वर गैंग के 2 लोग गिरफ्तार
वाराणसी में यूपी पुलिस और एसटीएफ ने कार्रवाई करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार किया है। इस दोनों लोगों द्वारा पेपर लीक करवाने का प्रयास किया जा रहा था। दोनों की गिरफ्तारी सारनाथ के सिंहपुर से की गई। पुलिस ने बताया कि प्रिंस कुशवाहा चंदौली और विजय कुमार राय मिर्जापुर का रहने वाला है। आरोपियों के पास से 3 मोबाइल 8 प्रवेश पत्र 32 मूल प्रमाण पत्र बरामद किए गए हैं। गैंग का सरगना पुलिस की गिरफ्त में नहीं आ सका है। पुलिस तीसरे आरोपी वंशराज सिंह कुशवाहा की तलाश कर रही है।

मऊ में भी पुलिस ने 5 आरोपियों को पकड़ा
मऊ में पुलिस परीक्षा से पहले सॉल्वर गैंग के 5 सदस्यों को पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार किया। एक फरार है जिसकी तलाश की जा रही है। कोतवाली पुलिस,एसओजी टीम और सर्विलांस टीम ने सभी को निजामुद्दीनपुरा मोहल्ले के संगीत पैलेस के पास से पकड़ा है। सभी लोग आरके कंन्सल्टेंसी के नाम से एक ऑफिस का संचालन करते थे। पुलिस ने बताया कि आरोपी परीक्षा पास कराने के नाम पर मोटी रकम वसूलते थे।
मऊ में शुक्रवार को सॉल्वर गैंग के 5 सदस्यों को पुलिस ने पकड़ा।
ब्लैंक चेक और मार्कशीट बरामद
आरोपियों के पास से पुलिस ने अभ्यर्थियों के सिग्नेचर किए अलग अलग बैंकों के 11 ब्लैंक चेक, 32 ओरिजिनल मार्कशीट, 3 आय प्रमाण पत्र, 3 आधार कार्ड औऱ 11 मोबाइल फोन बरामद किए हैं। जिनकी अमित सिंह, शत्रुघ्न यादव, सोनू उर्फ सिद्धांत कुमार, सुनील राजभर, रामकरण की गिरफ्तारी की गई है। चार आरोपी मऊ जिले के रहने वाले हैं। जबकि शत्रुघ्न यादव गाजीपुर का निवासी है।
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