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कहीं आप भी तो नहीं करते इन खट्टे फलों के साथ इस फ़ूड को खाने की गलती? जानें क्या है खाने का सही तरीका

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. जब बात ओवर ऑल हेल्थ को बनाए रखने की आती है, तो खट्टे फल आपकी डाइट में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। पौधों के कंपाउंड, फ्लेवोनोइड्स, फाइबर और कई अन्य छोटे-छोटे पोषक तत्वों से भरपूर, रोजाना रूप से खट्टे फलों का सेवन इम्युनिटी को बढ़ावा दे सकते हैं, दिल की सेहत को अच्छा रखते हैं और सूजन को कम कर सकते हैं।
जबकि खट्टे फल अपने आप में ही सुपरफूड हैं, लेकिन इन्हें आप किसी अन्य के साथ मिलाकर खाते हैं, तो इसमें सावधानी बरतनी चाहिए। कभी-कभी ये चीजें संहत को बहुत नुकसान करती हैं, कई बीमारियों का डर रहता है। शरीर में पित्त और कफ इंबैलेंस हो सकता है। खट्टे फल नेचुरली एसिडिक होते हैं, उनमें पित्त के हिट रेगुलेशन और कफ के वॉटर रेगुलेशन पर असर कर सकता है।
ककड़ी और खरबूजा
तरबूज, खरबूजा, खीरे में पानी की मात्रा ज्यादा होती है और ये पित्त को प्रभावित करते हैं। इन्हें खट्टे फलों के साथ खाने से भारीपन, सूजन या हाइपरएसिडिटी हो सकती है।
दही का सेवन 
यह कफ और पित्त को बढ़ा सकता है। यह खून में ब्लड क्लॉट और पित्त को बढ़ाता है। खट्टे फलों के साथ-साथ अगर इन्हें भी बिना खाते हैं, तो ये स्किन पर गंभीर समस्याएं पैदा कर सकते हैं।
दूध
दूध के साथ नमक और खट्टी चीजें मिलाने से खाना पचाना मुश्किल हो जाता है। इससे विषैले पदार्थ पैदा होते हैं, जो सिस्टम पर ज्यादा बोझ डाल सकते हैं और त्वचा संबंधी समस्याओं को बढ़ा  सकते हैं।
मसालेदार भोजन 
मसालेदार तीखे फूड प्रोडक्ट्स के साथ खट्टे फल इंटेस्टाइन में जलन पैदा कर सकते हैं, खासकर अगर आपकी इंटेस्टाइन सेंसिटिव है। यह लिवर पर भी असर डाल सकता है और लंबे समय में इसे कमजोर बना सकता है।
इतने समय के अंतर पर करें सेवन 
खट्टे फल एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं और नमकीन चीजें खाने से पेट पर दबाव डालते हैं और थका देते हैं। इस तरह आपके पेट में गर्मी और एसिडिटी बढ़ सकती हैं।खट्टे फलों को खाने के बाद किसी भी फूड्स का सेवन कम से कम 30 मिनट के अंतराल से करना चाहिए। अगर खट्टे फल एसिड बढ़ाने के लिए जाने जाते हैं, तो उन्हें थोड़ी सी काली मिर्च और काले नमक के साथ सेवन करना चाहिए, इससे पित्त और कफ को बैलेंस करने में मदद मिलती है।
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