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गाजीपुर में सरकारी आवास के नाम पर घूसखोरी, लाभार्थियों ने ग्राम प्रधान पर लगाया आरोप

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर के कासिमाबाद तहसील अंतर्गत संबलपुर ग्राम सभा में आवास लाभार्थियों ने वर्तमान ग्राम प्रधान राजेंद्र राजभर पर गंभीर आरोप लगाए हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम प्रधान के द्वारा सचिव और खंड विकास अधिकारी के नाम पर धन वसूली की गई है। इस मामले की शिकायत मिलने पर गाजीपुर मुख्य विकास अधिकारी संतोष कुमार वैश्य ने जांच कर कार्रवाई की बात कही है। जिससे ग्राम पंचायत में हड़कंप मचा हुआ है।
ग्रामीण महिला रमिता देवी ने संवाददाता से कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना में चिन्हित होने पर 120,000 रुपया राशि मिला है। जिसमें ग्राम प्रधान के द्वारा 8000 रूपए की राशि ले ली गई है। वह भी जोर जबरदस्ती से पैसा लिया गया और आज तक मेरे कार्य का मजदूरी भी नहीं मिला। वहीं रंभा देवी ने बताया कि पीएम आवास योजना के तहत मुझे आवास मिला था। जिसमें प्रथम किस्त में 70,000 द्वितीय किश्त में 40,000 रूपए और तृतीय किश्त में15,000 हजार रूपए ग्राम पंचायत सचिव और खंड विकास अधिकारी के नाम पर लिया गया है।
मुखिया देवी ने बताया कि घर में पुत्र के नाम से आवास मिला है। जिसमें एक बार 10,000 और दूसरी बार 30,000 तृतीय किश्त में 70,000 रूपए मिले, आज तक मेरा मजदूरी नहीं मिला है। जिसमें 15,000 रूपए की राशि ले लिया गया है।
ग्रामीण सुभाष कुशवाहा ने बताया कि महेंद्र के ट्यूबल से अच्छे लाल के घर तक रास्ता नहीं फेंका गया है। लेकिन भुगतान कर लिया गया है, यह आरोप लगाते हुए कहा कि कार्य योजना में दिया गया है। निर्माण दिखाया गया है लेकिन हुआ नहीं है। कहां की गांव का विकास रास्ता और नाली से होता है, लेकिन आज तक नहीं हुआ। मानव सेवा में सचिव होने के बावजूद में गांव के विकास के लिए काफी प्रयास किया। लेकिन मुझे धमकी मिलती है। जिलाधिकारी तक सीमांकन से सीमांकन कर चकरोड बनाया जाए, लेकिन आज तक नहीं हुआ। तालाब की नापी के लिए भी मैं शिकायत किया, आज तक नहीं हुआ और धमकी हमको मिलती है।
ग्राम मुख्य विकास अधिकारी संतोष वैष्णव ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना में किसी को भी पैसे नहीं देने हैं। ना ही किसी से लिया जाता है। यदि ग्राम प्रधान ने पैसा लिया है, तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
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