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गाजीपुर जिले के चंदौली से सैदपुर गंगा पुल पर पुलिस के नाम पर हो रही वसूली, SDM बोले जांच कराई जाएगी

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर जिले के सैदपुर (Saidpur News) थाना क्षेत्र के चंदौली-सैदपुर गंगा पुल से जिले में करोड़ों रुपयों के अवैध धंधों और उनसे पुलिस के नाम पर वसूली का प्रमुख केंद्र बन गया है। जिससे दिनदहाड़े खुलेआम हर रोज बिहार से अवैध तरीके से सैकड़ों बोगा ट्रैक्टर वाहन लाल बालू लेकर, सैदपुर पहुंच रहे हैं। जिनसे कुछ लोगों द्वारा पुल पर खुलेआम कुर्सी लगाकर प्रतिदिन हजारों रुपए की वसूली की जा रही है।
फोटो DB
बता दें की बीते कई वर्षों से खनन विभाग और पुलिस के गठजोड़ के चलते, खनन माफिया बिहार से लेकर सैदपुर तक प्रतिवर्ष करोड़ों रुपए के लाल बालू का अवैध धंधा कर रहे हैं। प्रतिदिन 200 से 250 ट्रॉली लाल बालू के अवैध बोगा ट्रैक्टरों को बिहार से लाकर, सैदपुर गंगा पुल से पार कराया जाता है। जिसके बाद लाल बालू को विभिन्न जनपदों के लिए सप्लाई कर दिया जाता है। जो लगभग बीते 3 वर्षों से बदस्तूर जारी है।

इस दौरान पुल से गुजरने वाले लाल बालू के सभी बोगा वाहनों से पुल पर अवैध तरीके से गोमती रखकर दुकान संचालित करने वाले एक युवक द्वारा प्रति वाहन 100 रुपए की वसूली, पुलिस के नाम पर दिनदहाड़े की जाती है। जिसकी वसूली के कई वीडियो पहले भी वायरल हो चुके हैं। लेकिन बार-बार किरकिरी होने के बावजूद, बिहार से सैदपुर तक फैले खनन माफिया और प्रशासन गठजोड़ के चलते, यह अवैध धंधा लगातार जारी है।

बाजार में एक बोगा ट्रैक्टर लाल बालू 24 से 25 हजार की कीमत में बिकता है। इस तरह पुल से प्रतिदिन गुजरने वाले 200 बोगा ट्रैक्टर लाल बालू की कीमत लगभग 50 लाख रुपए होती है। जिससे पुलिस के नाम पर 100 प्रति ट्रैक्टर की वसूली सैदपुर गंगा पुल पर की जाती है। जो प्रतिदिन के हिसाब से लगभग 20 हजार रुपए की होती है।

सैदपुर चंदौली गंगा पुल से प्रतिवर्ष डेढ़ अरब रुपए से ज्यादा मूल्य के लाल बालू का अवैध धंधा किया जा रहा है। जिससे प्रतिवर्ष पुलिस के नाम पर लगभग 70 लाख रुपए वसूल किए जाते हैं। यही कारण है कि सब कुछ दिनदहाड़े और खुलेआम होने के बावजूद, प्रशासन इस अवैध धंधे पर हाथ डालने से कतराता है।

सैदपुर SDM डॉ. पुष्पेंद्र पटेल ने संवाददाता को बताया कि वायरल वीडियो पुलिस को भेजकर जांच कराई जाएगी। जो लोग वहां वसूली कर रहे हैं, वह कौन है, और किस लिए वसूली कर रहे हैं।
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