Today Breaking News

माफिया मुख्तार अंसारी की तबीयत दुरुस्त, वापस भेजा गया जेल

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, बांदा. यूपी के बांदा में मंडलीय कारागार में बंद पूर्वांचल के माफिया मुख्तार अंसारी की सोमवार रात तबीयत बिगड़ गई। कड़ी निगरानी में उसको रानी दुर्गावती मेडिकल कालेज में भर्ती कराया। जेल के डाक्टरों के मुताबिक, कुछ दिनों से उसको पेट की तकलीफ थी। गैस पास न होने से सोमवार रात को समस्या बढ़ गई।
मुख्तार अंसारी अब अपनी पेट की बीमारी को लेकर सुर्खियों में है। हाल ही में कोर्ट में पेशी के दौरान उसने जेल के भोजन में धीमा जहर दिए जाने की शिकायत की थी। दोपहर में मुख्तार को देखने के लिए उसकी बहू निखत और गाजीपुर से सांसद भाई अफजाल अंसारी पहुंचे।

शाम तक सभी जांचों की रिपोर्ट में सेहत दुरुस्त पाए जाने पर उसको सवा छह बजे मंडल कारागार वापस भेज दिया गया। जेल की बैरक नंबर 16 में बंद मुख्तार अंसारी को कई दिनों से पेट की तकलीफ थी। माफिया ने बाराबंकी और मऊ न्यायालय में वीडियो कान्फ्रेंसि‍ंग से पेशी के दौरान जेल के अधिकारियों पर खाने में जहरीला पदार्थ मिलाकर खिलाने का आरोप लगाया था।
उसके बाद जेल प्रशासन ने सीएमओ से चिकित्सकों को भेजकर जांच कराने की मांग की थी। जिला अस्पताल के तीन डाक्टरों के पैनल ने खून की 20 जांचों के साथ ढाई घंटे तक बीमारियों के संबंध में अध्ययन किया तो उसको पेट की बीमारी से पीड़ि‍त पाया गया।
उसके बाद मेडिकल जांच रिपोर्ट के आधार पर मुख्तार का उपचार शुरू कर दिया गया। वहीं जेल में निगरानी समेत अन्य कार्यों में लापरवाही को लेकर जेलर योगेश कुमार, डिप्टी जेलर राजेश कुमार और अरवि‍ंद कुमार निलंबित कर दिए गए थे।
मुख्तार की तबीयत बिगड़ने की जानकारी मिलते ही छोटा बेटा उमर और बहू निखत बांदा मेडिकल कॉलेज पहुंचे।
सोमवार रात को मुख्तार की तबीयत ज्यादा बिगड़ गई तो जेल अस्पताल के डाक्टरों ने उपचार किया। हालत में सुधार न होता देख उसको एंबुलेंस से कड़ी निगरानी में मंगलवार तड़के मेडिकल कालेज लाकर मुख्य आइसीयू में भर्ती किया गया। मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा. सुनील कौशल ने बताया कि मरीज ने पिछले चार-पांच दिनों से पेट में दर्द और गैस पास न होने की शिकायत बताई है।
विशेषज्ञ डाक्टरों की देखरेख में उपचार हो रहा है। स्थिति सामान्य है। डीएम दुर्गाशक्ति नागपाल व एसपी अंकुर अग्रवाल ने मेडिकल कालेज जाकर मुख्तार की स्थिति की जानकारी ली और संबंधित अधिकारियों को निगरानी व उपचार संबंधी दिशा-निर्देश दिए। हालांकि कोई अधिकारी कुछ बोलने को तैयार नहीं है।
सांसद अफजाल अंसारी ने आरोप लगाया कि मुख्तार को जेल के भीतर मारने का सातवीं बार प्रयास किया गया है। खाने में जहरदिए जाने के कारण पेट में दिक्कत हुई है। जेल अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि वह सरकार के दबाव में हैं, उसी के इशारे पर सब हो रहा है।
उनके मुताबिक, फिलहाल मुख्तार अपने होश में है। भाई की तबीयत बिगड़ने की जानकारी होने पर अफजाल मुख्तार के छोटे बेटे उमर, बेटी और विधायक पुत्र अब्बास की पत्नी निखत बानो के साथ दोपहर में मेडिकल कालेज पहुंचे। तमाम कोशिश के बाद भी प्रशासन ने सिर्फ अफजाल को ही मुख्तार से मिलने की इजाजत दी।
'