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लोकसभा चुनाव से पहले सपा में रार, बैठक में ही जिलाध्यक्ष और महासचिव में जमकर मारपीट

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, आंवला. लोकसभा चुनाव 2024 से पहले सपाइयों के बीच रार और अनुशासनहीनता एक बार फिर सामने आ गई। आंवला में कार्यकर्ता सम्मेलन के बाद जिलाध्यक्ष शिवचरन कश्यप और विधानसभा महासचिव भूपेंद्र भिड़ गए। दोनों के बीच हाथापाई के बाद मारपीट हो गई। दोनों ने एक दूसरे पर शराब के नशे में विवाद करने के आरोप लगाए हैं। जिलाध्यक्ष ने घटना के तुरंत बाद भूपेंद्र सिंह का पार्टी से निष्कासन कर दिया। 
बुधवार को आंवला के गोल्डन फार्म में कार्यकर्ता सम्मेलन था। सम्मेलन में राष्ट्रीय सचिव वीरपाल सिंह, प्रदेश सचिव शुभलेश यादव और पूर्व विधायक आरके शर्मा के साथ चेयरमैन आबिद, आंवला के उम्मीदवार नीरज मौर्य समेत तमाम नेता मौजूद थे।
कार्यक्रम के बाद कार्यकर्ताओं के लिए बारात घर के एक हॉल में खाने की व्यवस्था थी। इसी दौरान शिवचरन कश्यप और भूपेंद्र सिंह के बीच विवाद शुरू हो गया। शिवचरन ने भूपेंद्र पर भाजपाइयों के साथ साठगांठ करने के आरोप लगाए। इसी दौरान कहासुनी मारपीट में तब्दील हो गई। जब शोर हुआ तो बाहर से सपा नेता पहुंचे। दोनों को समझाकर बीच बचाव कराया। समझाकर किसी तरह मामले को शांत किया गया।
घटना के बाद सपा के तमाम नेता पर्दा डालने की कोशिश करते रहे। भूपेंद्र सिंह ने जिलाध्यक्ष पर शराब पीकर मारपीट की शुरुआत करने के आरोप लगाए हैं। जिलाध्यक्ष शिवचरन कश्यप ने भूपेंद्र सिंह को शराब के नेश में होने की बात कही। साथ ही पार्टी के बड़े नेताओं को गालियां देने के आरोप भी लगाए।
सपा के आंवला विधानसभा के महासचिव भूपेंद्र सिंह ने बताया कि वह पिछले आठ साल से पार्टी में निष्ठावान कार्यकर्ता है। जिला अध्यक्ष एक सप्ताह से लगातार शराब के नशे में फोन पर मुझे गालियां दे रहे थे। कार्यकर्ता सम्मेलन में भी शराब पीकर आए थे। उन्होंने मुझे गालियां दी। मैंने विरोध किया तो उन्होंने लड़कों के साथ मिलकर मुझे लाठी डंडो से मारना शुरू कर दिया। मैंने अपने बचाव में हाथ-पैर चलाए।
जिलाध्यक्ष शिवचरन कश्यप ने कहा कि भूपेंद्र सिंह पिछले कई दिनों से भाजपा नेताओं तक सब गोपनीय प्लानिंग को पहुंचा रहा था। मैंने समझाने की कोशिश की, लेकिन नहीं माना। फोन पर समझाने की कोशिश की। कार्यकर्ता सम्मेलन के बाद मैंने जवाब मांगा तो उल्टी बात करने लगा। कई और बड़े नेताओं को भी गालियां दे रहा था। भूपेंद्र शराब के नशे में था।
राष्ट्रीय सचिव वीरपाल सिंह के अनुसार मैं कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करने के बाद गोल्डन फार्म से चला आया था। मेरे सामने किसी तरह का विवाद नहीं हुआ था। खाने के दौरान जिला अध्यक्ष और विधानसभा महासचिव के बीच कुछ कहासुनी की जानकारी जरूर मिली थी।
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