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वाराणसी-गाजीपुर हाईवे पर बलिया के अपर मुख्य अधिकारी की कार ने तीन को रौंदा, 2 की मौत, 1 गंभीर

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर/वाराणसी. वाराणसी-गाजीपुर हाईवे पर शनिवार को बेकाबू कार ने साइकिल सवार तीन लोगों को रौंद दिया। इनमें दो व्यक्तियों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीसरे घायल की हालत गंभीर है। इस बीच मौके पर पहुंचे परिजनों ने बीच सड़क शव रखकर प्रदर्शन किया, जिससे हाईवे पर 6 किमी लंबा जाम लग गया। दुर्घटना गाजीपुर-वाराणसी हाइवे चौबेपुर थानाक्षेत्र के पंडापुर की है।
घटना के करीब तीन घंटे के बाद अपर मुख्य अधिकारी बलिया विंध्यवासिनी सिंह कुशवाहा के खिलाफ परिजनों ने पुलिस को शिकायत दी और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है। बताया जा रहा है कि दुर्घटना वाली कार अधिकारी की पत्नी के नाम से रजिस्टर्ड है। जानकारी के मुताबिक आरोपी अधिकारी विंध्यावासिनी सिंह कुशवाहा को जेल भेज दिया गया है।

जानकारी के अनुसार चौबेपुर थानाक्षेत्र के ढाका गांव निवासी तीन लोग शैलेंद्र कुमार (32), संजीत कुमार (34) और प्रमोद (30) सुबह अखबार बेचने का काम करते हैं। तीनों शनिवार सुबह गाजीपुर की तरफ से चौबेपुर की ओर अलग-अलग साइकिल से जा रहे थे, तभी पीछे से आई अनिंयत्रित कार ने तीनों को कुचल दिया।

कार की चपेट में आए घायल शैलेंद्र और संजीत की मौके पर ही मौत हो गई है, जबकि लहूलुहान प्रमोद को अस्पताल पहुंचाया गया है, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।

स्थानीय लोगों ने बताया कि तीनों लोग गाजीपुर से चौबेपुर की तरफ सुबह अखबार कलेक्ट करने के लिए जा रहे थे। वे सभी चौड़े हाइवे से नीचे कच्ची पटरी पर साइकिल से जा रहे थे लेकिन पीछे से तेज रफ्तार बेकाबू कार ने पहले शैलेंद्र को रौंदा, फिर संजीत को कुचल दिया। सबसे आगे गुजर रहा प्रमोद भी नहीं बच पाया और कार की चपेट में आ गया।
वाराणसी-गाजीपुर हाईवे पर अनियंत्रित कार से तीन लोगों को रौंदने का आरोपी विंध्याचल सिंह कुशवाहा।
टक्कर इतनी तेज थी कि आसपास के लोग लाठी-डंडा लेकर मौके पर पहुंच गए और घायलों को अस्पताल भिजवाया गया। जहां शैलेंद्र (32) और संजीत कुमार (34) को मृत घोषित कर दिया गया। जानकारी के लिए बता दें कि तीनों हरिजन बिरादरी के हैं और अखबार बेचकर अपना जीवन यापन कर रहे थे।

दोनों की मौत के बाद स्थानीय लोग पहुंचे और परिजनों को जानकारी दी गई। घटनास्थल मृतकों के घर से करीब 7 किलोमीटर दूर है, जबकि उन्हें आगे 3 किलोमीटर चौबेपुर मार्केट जाना था। कुछ ही देर में सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण और परिजन वहां पहुंच गए और जाम लगा दिया।

मृतक के परिजनों ने रो-रोकर कहा कि घर का कमाने वाला चला गया, अब किसके सहारे जिएंगे। परिजनों ने सरकार से मृतकों के लिए 1-1 करोड़ मुआवजे और परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी की मांग रखी।

जाम की सूचना मिलते ही एसडीएम सदर, डीसीपी श्रवण कुमार, एसीपी अतुल अंजान सहित भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंचा। इस दौरान वाराणसी-गाजीपुर हाईवे पर करीब 6 किलोमीटर लंबा जाम लग गया। पुलिस की टीमें सड़क पर जाम दूर कराती दिखीं।

घटनास्थल पर बढ़ती भीड़ और जाम को देखकर सीनियर अधिकारियों ने बातचीत का रास्ता अपनाया और एसडीएम ने कहा कि अपने अधिकार से वे मृतक के परिजनों को 5-5 लाख रुपए की सहायता राशि प्रदान करेंगे। साथ ही परिजनों की मांग को शासन के पास भेजा जाएगा।

एसडीएम के आश्वासन और पुलिस अधिकारियों के समझाने के बाद करीब 2 घंटे तक चला जाम समाप्त कराया गया। फिलहाल मृतकों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि घायल का इलाज कराया जा रहा है।

वाराणसी के ज्वाइंट कमिश्नर जे एजिलसरन मौके पर पहुंचे और बताया कि तीन साइकिल सवारों को कार ने टक्कर मारी है। दो की मौत हो गई है और एक का इलाज चल रहा है। हमारे मजिस्ट्रेट साहब ने मुआवजे का आश्वासन दिया है।

वाराणसी के ज्वाइंट मजिस्ट्रेट सार्थक ने बताया कि घटना की जानकारी मिली है। दो लोगों की मौत पर मुख्यमंत्री दुर्घटना योजना का लाभ दिया जाएगा। हम यह देख रहे हैं कि दुर्घटना लाभ के लिए तीनों पात्र हैं। हमने कार्रवाई शुरू कर दी है और जो भी सरकारी योजना है, उसका लाभ पीड़ित परिवारों को दिलाया जाएगा।

एसीपी सारनाथ अतुल अंजान त्रिपाठी ने कहा कि यह कार बलिया के अपर मुख्य अधिकारी के पत्नी के नाम से रजिस्टर्ड है। वे गाजीपुर के रहने वाले हैं। कार को कब्जे में ले लिया गया है। आगे की जांच की जा रही है।

कार हादसे में मौत के बाद दोनों शवों का एक साथ ढांका घाट पर अंतिम संस्कार किया गया। मृतक शैलेंद्र के बड़े बेटे शुभम ने पिता को मुखाग्नि दी वहीं संजीत के पीता अजगुत ने भी बेटे को मुखाग्नि देते वक्त रो पड़े। एक साथ दो अर्थी उठने पर पूरी गांव में मातम पसरा हुआ है।
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