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यात्रीगण कृपया ध्यान दें! गोरखपुर से आगरा के बीच सेमी हाईस्पीड वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की सौगात जल्द

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम,  गोरखपुर. सेमी हाईस्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन अब धार्मिक और पर्यटक स्थलों को आपस में जोड़ेगी। पूर्वांचल और बिहार के लोगों सहित पर्यटकों की सुविधा के लिए रेलवे बोर्ड ने वर्ष 2024 के लिए गोरखपुर से आगरा और वाराणसी से बाबाधाम देवघर के बीच प्रतिदिन एक-एक वंदे भारत चलाने का प्रस्ताव तैयार किया है। प्रस्ताव पर मुहर लगते ही संचालन शुरू हो जाएगा।
रेलवे बोर्ड की पहल पर पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने गोरखपुर से प्रयागराज के बीच सप्ताह में छह दिन के लिए एक और वंदे भारत ट्रेन चलाने की योजना बनाई है। सेमी हाईस्पीड ट्रेन वाराणसी के रास्ते चलाई जाएगी। अयोध्या व लखनऊ के रास्ते 14 मार्च से ही एक वंदे भारत गोरखपुर से प्रयागराज के बीच चल रही है। 12 मार्च को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अहमदाबाद से गोरखपुर-लखनऊ वंदे भारत का प्रयागराज तक मार्ग विस्तार को वर्चुअल हरी झंडी दिखाई थी।

रेलवे बोर्ड के अलावा पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने दो चेयरकार तथा तीन स्लीपर वंदे भारत का प्रस्ताव तैयार किया है। इसमें गोरखपुर-प्रयागराज सहित काठगोदाम से नई दिल्ली के लिए चेयरकार वाली वंदे भारत शामिल है। गोरखपुर से नई दिल्ली सप्ताह में तीन दिन, गोरखपुर के रास्ते मऊ से काचीगुड़ा तथा छपरा से आजमगढ़ के रास्ते एलटीटी (मुंबई) के बीच सप्ताह में दो दिन एक-एक स्लीपर वंदे भारत ट्रेन चलाने का प्रस्ताव तैयार किया है।

इसके अलावा पूर्वोत्तर रेलवे ने सप्ताह में दो-दो दिन के लिए दो अमृत भारत एक्सप्रेस का भी प्रस्ताव तैयार किया है, जिसमें गोमतीनगर से छत्रपति शिवाजी टर्मिनस (मुंबई) तथा गाजीपुर सिटी से सूरत के बीच वंदे भारत शामिल हैं। रेलवे प्रशासन ने प्रस्ताव के साथ वंदे भारत की एक-एक रैक की मांग भी कर दी है।

रेलवे बोर्ड के नेतृत्व में जल्द ही इन प्रस्तावों को लेकर भारतीय रेलवे स्तर पर सभी जोन के अधिकारियों की बैठक आयोजित की जाएगी। बैठक में प्रस्तावों पर मुहर लगते ही ट्रेनों के परिचालन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। प्रधानमंत्री ने गोरखपुर में सात जुलाई 2023 को पूर्वोत्तर रेलवे की पहली गोरखपुर-लखनऊ वंदे भारत को हरी झंडी दिखाई थी। नौ जुलाई से यह ट्रेन शनिवार को छोड़कर प्रतिदिन चल रही है। 
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