Today Breaking News

गाजीपुर में 25 हजार की घुस लेते रंगे हाथ सादात थाने का दरोगा आफताब अहमद गिरफ्तार, थानाध्यक्ष और SI पर FIR

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर जिले में वाराणसी से आई एंटी करप्शन टीम ने एक दरोगा को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया। दरोगा सादात थाने में तैनात था और थाने में पकड़ी गई कार को रिलीज करने के नाम पर 25000 रुपये की रिश्वत मांग रहा था। इस पूरे मामले में थानाध्यक्ष की भी संलिप्तता सामने आई है।
एंटी करप्शन टीम ने दरोगा आफताब अहमद को थाना परिसर से गिरफ्तार किया। साथ ही सादात थानाध्यक्ष आलोक त्रिपाठी के ऊपर भी मुकदमा दर्ज किया गया है।

शिकायतकर्ता संजय यादव का आरोप है कि उसकी कार 23 मार्च को पुलिस ने पकड़ लिया था। जिसको रिलीज कराने के लिए एसडीएम के यहां रिपोर्ट भेजनी थी। जिसके एवज में दरोगा ने 25 हजार रुपये की मांग की थी। शिकायतकर्ता ने परेशान होकर एंटी करप्शन वाराणसी टीम को सूचना दी।
एंटी करप्शन टीम ने दरोगा को रंगे हाथों पकड़ लिया। बहरियाबाद थानाध्यक्ष ने बताया कि एंटी करप्शन टीम के तहरीर के आधार पर एसआई आफताब अहमद और सादात थानाध्यक्ष के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर लिया गया है।
यह घटना पुलिस महकमे में हड़कंप मचा दी है। यह कार्रवाई भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

इस घटना को और अधिक विस्तार से बताते हैं...

दरोगा ने रिश्वत की मांग कैसे की?
शिकायतकर्ता संजय यादव का कहना है कि दरोगा आफताब अहमद ने उन्हें फोन करके रिश्वत की मांग की थी। उन्होंने कहा कि यदि वह कार को रिलीज करवाना चाहता है तो उसे 25000 रुपये देने होंगे।

एंटी करप्शन टीम ने कार्रवाई कैसे की?
शिकायत मिलने के बाद एंटी करप्शन टीम ने शिकायतकर्ता संजय यादव को 25000 रुपये दिए, जिन पर केमिकल युक्त पाउडर लगाया गया था। इसके बाद टीम ने सादात थाने में छापा मारा और दरोगा आफताब अहमद को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
इस घटना का क्या प्रभाव होगा?
इस घटना का पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। यह कार्रवाई भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह आम जनता को भी यह संदेश देगा कि वे भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठा सकते हैं।

'