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बनारस में विवाह के बाद हुई विदाई और रास्ते में कूदकर दुल्हनिया हुई फरार

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. बनारस में एक अगल ही ठगी का मामला सामने आया है। यहां एक युवती ने जोधपुर के रहने वाले एक युवक से शादी की फिर विदाई के बाद व्यक्ति के साथ जा रही थी। तभी रास्ते में ही ‌‌शादी में मिले सभी गहनों के साथ चलती ऑटो से कूद कर भाग गई।
वेदव्यास मंदिर में युवती की भरी मांग।
व्यक्ति ऑटो से उतर का चिल्लाता रहा लेकिन वह नहीं रुकी। पीड़ित व्यक्ति ने थाने पहुंच कर मामले की जानकारी दी, और बताया कि युवती नगदी और जेवर सहित कुल 1.95 लाख रुपए लेकर राजघाट स्थित मालवीय पुल के समीप ऑटो से कूद गई।

इतना ही नहीं युवती के साथ उसके नकली परिजन भी इस ठगी में शामिल हैं। सूचना मिलते ही पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। बता दें कि व्यक्ति राजस्थान के जोधपुर का रहने वाला है।

जोधपुर निवासी दिनेश जैन ने बताया कि वह अपने चार मित्रों के साथ बीते 27 मार्च को वाराणसी आया था। यहीं पर जोधपुर के एक व्यक्ति ने वाराणसी की सूजाबाद पड़ाव की रहने वाले रामकुमार मिश्रा की पुत्री दीपा मिश्रा के साथ उसकी शादी की बात चलाई।

उन्होंने आगे बताया कि वाराणसी आकर वह कैंट स्टेशन के सामने एक होटल में रुके थे। अगली सुबह एक व्यक्ति आया और उसे युवती की फोटो दिखाई। फोटो को देख कर मैने लड़की पसंद कर ली। फोटो में युवती पसंद आने के बाद वह व्यक्ति मुझे सूजाबाद, रामनगर स्थित उसके घर ले गया।

वहां पहुंचने के बाद उसने मुझे लड़की के परिजन से मिलाया। मुझे यकीन नहीं हुआ कि ये सब नकली हैं। मैं वहां बैठा उनसे बात भी की। मैने लड़की से भी बहुत देर तक बात की। वहां शादी की बात तय हो गई। मैंने बहुत ज्यादा उसके बारे में जांच नहीं की।

वहीं बैठ कर बातें हो रही थी तभी उसके परिजन ने कहा हम बहुत गरीब हैं। शादी की तैयारी के लिए कुछ पैसे की जरूरत है। मुझे लगा शादी तो तय हो गई तो क्या दिक्कत है। मैंने उसी समय 15 हजार दे दिए और मैं वापस आ गया।

30 मार्च को मैं गया क्योंकि उसी दिन शादी होनी थी। युवती ने पहले से ही अपने नकली परिजन को बुला रखा था। उसने वहां एक महिला को अपनी मां बताया बताया। दो और लोगों को उसने अपना रिश्तेदार बताया।

उसके घर से हम सुबह शादी करने के लिए पहले कचहरी पहुंचे। जहां दीपा के जानने वालों ने फर्जी दस्तावेज बनवाया और उसकी पर मुझसे साइन करने को कहा। बोले इसी पर साइन कर दीजिए शादी मान्य हो जाएगी।

हम दोनों कोर्ट के अंदर गए ही नहीं न ही किसी वकील से मिले। युवती के जानने वालों ने दोनों से उस पेपर पर साइन कराया और बोले ये शादी अब मान्य हो गई। युवती कानूनन अब आप की पत्नी हो गई। आप दोनों घर जा सकते हैं।
शादी की बात के लिए दलाल युवक को इसी किराए के मकान में ले गया था, जहां शादी की बात तय हुई।
दिनेश ने बताया कि कोर्ट में शादी के बाद हम सभी दो टेंपो पर सवार होकर सूजाबाद स्थित एक मंदिर में पहुंचे। जहां पहले से सभी व्यवस्था इन लोगों ने कर रखी थी। वहां जयमाला भी मंगाया गया था हम दोनों ने एक दूसरे को जयमाला पहनाई।

उसके बाद मैंने उसकी मांग भरी। दोनों की शादी संपन्न हो गई। हम दोनों की शादी हिंदू रीति रिवाज से हुई। फिर हम आटो पर बैठ वाराणसी आने लगे। तभी राजघाट स्थित मालवीय पुल से थोड़ा पहले उसके ऑटो के सामने एक ऑटो आकर रुका।

इसके बाद दुल्हन ऑटो से कूद कर दूसरे ऑटो में बैठ गई। फिर, सभी तेजी से निकल गए। मैंने दुल्हन की खोजबीन की, लेकिन उसका पता नहीं चला। इसके बाद मैने इस मामले को लेकर पुलिस से शिकायत की है।

दिनेश ने बताया कि उसके परिजन आर्थिक स्थिति खराब होने का हवाला देकर पहले 15 हजार फिर एक लाख रुपए लिए। शादी के आयोजन से पहले उससे 80 हजार रुपए लेकर पूरा पेमेंट करने की बात कही थी लेकिन पैसा नहीं दिया था।

एसीपी कोतवाली अमित पांडेय ने बताया कि घटना की जानकारी के आधार पर जांच कराई जा रही है। पीड़ित ने फोटो और रजिस्ट्री की प्रति दी है, पुलिस और सर्विलांस टीम कार्रवाई में जुटी है।
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