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कासगंज से गाजीपुर जेल पहुंचा अब्बास अंसारी, शाम को मुख्तार की कब्र पर फातिहा पढ़ेगा

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. मुख्तार अंसारी का बेटा अब्बास अंसारी प्रिजन वैन से गाजीपुर जिला जेल पहुंचा। उसे कासगंज से गाजीपुर पहुंचने में 13 घंटे लगे। मंगलवार शाम 7.45 बजे रवाना हुआ और बुधवार सुबह 9 बजे पहुंचा।
दोपहर करीब 12 बजे उसे मुहम्मदाबाद स्थिति आवास ले जाया जाएगा। यहां वह पहले घरवालों से मिलेगा। इसके बाद शाम को कालीबाग कब्रिस्तान जाकर मुख्तार की कब्र पर फातिहा पढ़ेगा। मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद उसे 4 दिन की पैरोल मिली है।

मुख्तार अंसारी की मौत बांदा जेल में 28 मार्च को हुई थी। 29 मार्च की देर रात को शव गाजीपुर जिले के पैतृक आवास मोहम्मदाबाद के फाटक लाया गया था। 30 मार्च को मुख्तार का शव पैतृक कब्रिस्तान में दफनाया गया।

मुख्तार अंसारी के जनाजे में अब्बास के शामिल होने के लिए अंसारी परिवार ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में अर्जी दाखिल की थी। लेकिन पीठ के समक्ष अर्जी पर सुनवाई न हो पाने के कारण अब्बास को जमानत नहीं मिल सकी। वह जनाजे में शामिल नहीं हो सका था। जिसके बाद परिवार ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था।

9 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस केवी विश्वनाथन की खंडपीठ ने आदेश दिया कि अब्बास को अनुष्ठान में शामिल होने के लिए 9 अप्रैल की शाम तक उसके घर गाजीपुर ले जाया जाए। 13 अप्रैल को कासगंज जेल वापस लाया जाए। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद उसे गाजीपुर लाया गया है।

सुभासपा विधायक अब्बास प्रयागराज मनी लॉड्रिंग केस में 18 नवंबर 2022 से चित्रकूट जेल में बंद था। अब्बास को ED प्रयागराज इकाई ने 4 नवंबर, 2022 को समन जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया था। इस दौरान पूछताछ में सहयोग न करने पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया था। इसके बाद 14 तक कस्टडी रिमांड पर लेकर पूछताछ की थी। 18 दिसंबर को उसे पहले नैनी और फिर चित्रकूट जेल भेज दिया गया था।

10 फरवरी, 2023 को चित्रकूट जेल में अब्बास से मिलने के लिए चोरी-छुपे उसकी बीवी निखत अंसारी पहुंची थी। इस बात का इनपुट पहले से ही अधिकारियों को मिल चुका था। इसके बाद जेल में डीएम अभिषेक आनंद और एसपी वृंदा शुक्ला ने छापा मारकर दोनों को मुलाकात करते पकड़ा था। निखत के पास से विदेशी करेंसी और मोबाइल बरामद किया था। मामला ने तूल पकड़ने पर जांच के लिए SIT बनाई गई थी।
जांच में सामने आया कि जेल मैन्युअल के खिलाफ निखत को अब्बास से मिलाने में जेल प्रशासन से लेकर कई लाेग शामिल हैं। इसके बाद अब्बास समेत 5 आरोपियों पर गैंगस्टर की कार्रवाई की गई। आरोपियों की गिरफ्तारी हुई। इनमें निखत का ड्राइवर नियाज, सहयोगी शहबाज आलम के अलावा चित्रकूट निवासी सपा नेता फराज खान और कैंटीन के सप्लायर नवनीत सचान आरोपी हैं।

SIT ने जांच के दौरान जेल अधीक्षक अशोक कुमार सागर, जेलर संतोष कुमार और वार्डर जगमोहन की भी मामले में संलिप्तता पाई। इसके बाद तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया। अब तक इस मामले में 7 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इस समय निखत जमानत पर है। वहीं मामले में अन्य आरोपी जेल में बंद हैं। इस कांड के बाद अब्बास को 15 फ़रवरी 2023 को चित्रकूट जेल से कासगंज जिला जेल में शिफ्ट कर दिया गया था। अब्बास हाई सिक्योरिटी बैरक रखा गया है।
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