बनारस में रोहिंग्या और बांग्लादेशियों की तलाश करेंगी विशेष टीमें
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. वाराणसी पुलिस को पर्यटक स्थलों पर रोहिंग्या या बांग्लादेशी नागरिकों के मूवमेंट का इनपुट मिला है। रोहिंग्या या बांग्लादेशी नागरिक रेलवे स्टेशन, बस अड्डों, मंदिरों और प्रमुख पर्यटक स्थलों पर फेरीवालों एवं भिक्षुकों के वेश में रह रहे हैं। अब विशेष पुलिस की टीमें इनकी तलाश करेंगी।
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वाराणसी के पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने पुलिस लाइन सभागार में गोमती जोन की समीक्षा की। |
वर्षों से रहने के चलते इन्हें पहचानना भी थोड़ा जटिल हो गया है लेकिन भाषा और किराए का मकान तक सत्यापन इन रोहिंग्या की मौजूदगी को उजागर करेगा। पुलिस सड़कों व रेल पटरियों के किनारे, गांव के बाहरी क्षेत्रों, पार्कों और खुले मैदानों में रहने वाले लोगों का सत्यापन करेंगी। इस सत्यापन में उन्हें चिह्नित कर हटाया जाएगा।
हालांकि , ATS और NIA की टीमें पहले से इन रोहिंग्या की तलाश में जुटी हैं, जिसमें से दो को पिछले दिनों सारनाथ से पकड़ा भी गया था। अब पुलिस कमिश्नर के निर्देश के बाद वाराणसी के काशी, गोमती और वरुणा समेत तीनों जोन की पुलिस टीमें भी इस पर प्रभावी विधिक कार्रवाई करेंगी।
मंगलवार को यातायात पुलिस लाईन सभागार में पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने गोमती जोन में अपराध, यातायात, कानून व्यवस्था और विवेचनाओं के निस्तारण की समीक्षा की। पुलिस कमिश्नर ने कहा कि गंगा नदी के घाटों पर विशेष निगरानी रखी जाए। बीएचयू परिसर एवं अन्य शिक्षण संस्थानों के आसपास किसी भी प्रकार के नशीले पदार्थों की बिक्री या सेवन न हो, शिकायत मिलने पर संबंधित के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाए।
थाना क्षेत्रों में गौ-तस्करी, अवैध शराब, मादक पदार्थों व अवैध शस्त्रों की तस्करी करने वाले व्यक्तियों और गिरोहों के विरुद्ध पुलिस एक्शन ले और पूर्व में गिरफ्तार अपराधियों के विरुद्ध निरोधात्मक कार्रवाई करे। ऑनलाइन सट्टा व जुएं के नेटवर्कों की पहचान कर कठोर कार्रवाई की जाए। ऐसे अपराधों में लिप्त व्यक्तियों के विरुद्ध गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई की जाए।
सभी थाना प्रभारियों को नियमित रूप से अचानक निरीक्षण करने की बात कहते हुए होटल, लॉज, ढाबा आदि स्थलों पर किसी भी प्रकार की अवैध या अनैतिक गतिविधियां मिलने पर उसके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई अमल में लाने का निर्देश दिया। रात्रिकालीन गश्त में पूरी सतर्कता और अनुशासन के साथ पुलिसकर्मी उपस्थित रहे। अनिवार्य रूप से सीटी (व्हीसल) का प्रयोग करें।
इस दौरान अपर पुलिस आयुक्त राजेश कुमार सिंह, पुलिस उपायुक्त गोमती आकाश पटेल, पुलिस उपायुक्त अपराध सरवणन टी., अपर पुलिस उपायुक्त प्रोटोकॉल एवं मुख्यालय सुशील कुमार गंगा प्रसाद, गोमती जोन के समस्त सहायक पुलिस आयुक्त, थाना प्रभारी एवं चौकी प्रभारी व बीट उप निरीक्षकों की मौजूदगी रही।
पुलिस कमिश्नर ने थानेदारों को ऑपरेशन-चक्रव्यूह के तहत प्रमुख चौराहों, सीमावर्ती मार्गों और संवेदनशील स्थानों पर विशेष चेकिंग अभियान चलाए जाने का निर्देश दिया। अभियान के तहत बिना नंबर प्लेट के वाहनों पर हो शत-प्रतिशत कार्रवाई सुनिश्चित करने की बात कही। लंबित विवेचना का समयबद्ध एवं गुणवत्तापूर्ण निपटारा सुनिश्चित किया जाए, कोई भी विवेचना दो माह से अधिक लंबित न रहे।
ग्रामीण क्षेत्रों में महत्वपूर्ण स्थानों, बाजारों एवं मार्गों को चिह्नित कर CCTV कैमरों की स्थापना के लिए ग्राम प्रधानों व सम्मानित नागरिकों से संपर्क कर जागरूक और प्रेरित करें। पुलिसकर्मियों को संवेदनशीलता, पेशेवर आचरण एवं उच्च नैतिकता के साथ कार्य करने का निर्देश दिया। जनता से दुर्व्यवहार करने पर कठोर कार्रवाई का अल्टीमेटम भी दिया।
सत्यापन के बिना ना रखें किराएदार, गांव-कस्बों में चलेगा अभियान
पुलिस कमिश्नर ने कहा कि अभी तक मिले इनपुट के अनुसार रेलवे स्टेशन, बस अड्डों, मंदिरों और प्रमुख पर्यटक स्थलों पर फेरीवालों एवं भिक्षुकों के वेश में रह रहे रोहिंग्या या बांग्लादेशी नागरिकों की संभावित उपस्थिति की बात सामने आई है। सड़कों व रेल पटरियों के किनारे, गांव के बाहरी क्षेत्रों, पार्कों व खुले मैदानों में निवास कर रहे लोगों का सत्यापन किया जाएगा।
इसको देखते हुए जिले भर के थानेदार अपने क्षेत्रों में विशेष चेकिंग अभियान चलाएं। भवनस्वामियों से कहा गया कि बिना सत्यापन कराये किसी को किराये पर अपना मकान न दें। ऐसे लोगों का पूर्ण सत्यापन कर अवैध रूप से निवास कर रहे लोगों के विरुद्ध विधिक कार्रवाई करें।