यूपी पुलिस भर्ती में मेडिकल सर्टिफिकेट के नाम पर रिश्वत लेते सरकारी डॉक्टर गिरफ्तार
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, मथुरा. पुलिस भर्ती परीक्षा में अभ्यर्थियों के मेडिकल और प्रमाण पत्र सत्यापन के नाम पर रिश्वत लेने वाले मथुरा जिला अस्पताल के एक डॉक्टर को पुलिस ने रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। पुलिस भर्ती परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों के मेडिकल सर्टिफिकेट बनाने का काम चल रहा है। इसी मामले में डॉक्टर अभ्यर्थियों से रिश्वत ले रहे थे। एसएसपी श्लोक कुमार को जब इसकी जानकारी हुई तो इसकी सत्यता जांचने के लिए L I U की टीम को लगाया। मामला पुष्ट होते ही पुलिस ने आरोपी डॉक्टर को पकड़ने के लिए जाल बिछाया और मंगलवार को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया।
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पुलिस ने डॉक्टर हरिनारायण प्रभाकर को पत्नी,ड्राइवर और फार्मासिस्ट के सहित गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने डॉक्टर के पास से 1 लाख 30 हजार रुपए नगद,6 मोबाइल फोन बरामद किए हैं। |
पुलिस भर्ती परीक्षा में सफल हुए अभ्यर्थियों के मेडिकल परीक्षण की कार्यवाही चल रही है। 22 अप्रैल से शुरू हुई यह कार्यवाही 10 मई तक चलेगी। मेडिकल परीक्षण और प्रमाण पत्र सत्यापन के लिए एक पैनल बनाया गया। जिसमें जिला अस्पताल में तैनात डॉक्टर हरिनारायण प्रभाकर को भी रखा गया था। एसएसपी श्लोक कुमार को सूचना मिली कि डॉक्टर हरिनारायण प्रभाकर अभ्यर्थियों से रुपए मांग रहे हैं और न देने पर उनको मेडिकल अनफिट करने की बात कह रहे हैं। इसकी जांच और सत्यता के लिए एसएसपी के लोकल इंटेलिजेंस यूनिट की टीम को लगाया गया।
LIU की टीम एक हफ्ते से डॉक्टर हरिनारायण प्रभाकर पर नजर रखे हुए थी। डॉक्टर हरिनारायण प्रभाकर का थाना हाई वे क्षेत्र में प्रभाकर हॉस्पिटल के नाम से निजी अस्पताल भी है। टीम साख्य जुटाने लगी। इसी दौरान सोमवार को एक अभ्यर्थी के परिजनों ने एसएसपी से 80 हजार रुपए मांगे जाने की लिखित शिकायत की। जिसके बाद पुलिस ने कार्यवाही शुरू कर दी।
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शिकायत मिलने पर एक हफ्ते से गोपनीय जांच की जा रही थी |
रिश्वत मांगने के मामले में लगी टीम को उस समय सफलता हाथ मिली जब डॉक्टर हरिनारायण प्रभाकर एक अभ्यर्थी से रुपए ले रहे थे। इसी दौरान डॉक्टर की पत्नी ने वहां रखी अभ्यर्थियों की फाइलों को जलाकर साख्य मिटाने का प्रयास किया। पुलिस ने डॉक्टर हरिनारायण प्रभाकर,उनकी पत्नी के अलावा ड्राइवर जयपाल और फार्मासिस्ट मथुरेश को गिरफ्तार किया गया।
मथुरा पुलिस लाइन में 1200 अभ्यर्थियों का मेडिकल एवं प्रमाण पत्र सत्यापन चल रहा है। इसके लिए चार डॉक्टरों का पैनल है। जिसमें से एक डॉक्टर हरिनारायण प्रभाकर भी थे। डॉक्टर हरिनारायण प्रभाकर अभ्यर्थियों को अपने निजी अस्पताल में बुलाते और फिर वहां उनसे रिश्वत की मांग करते।
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पुलिस ने जब कार्यवाही की तो डॉक्टर की पत्नी ने सांख्य मिटाने का प्रयास किया |
डॉक्टर हरिनारायण प्रभाकर पर 7 अप्रैल को बलदेव थाना क्षेत्र के एक व्यक्ति का फर्जी मेडिकल करने का आरोप लगा था। इसके बाद 17 अप्रैल की रात जिला अस्पताल की इमरजेंसी में तैनात डॉक्टर हरिनारायण प्रभाकर रात का ड्यूटी छोड़ वहां से 800 मीटर दूर स्टेट बैंक चौराहा के पास अपनी कार में सोते हुए वीडियो भी वायरल हुआ था। इसके बावजूद भी स्वास्थ्य विभाग की तरफ से इनका पैनल में नाम रखा गया।
मोबाइल से खुलेंगे राज
डॉक्टर हरिनारायण प्रभाकर के पास से पुलिस ने एक लाख 30 हजार रुपए नगद,6 मोबाइल फोन बरामद किए हैं। पुलिस को इन मोबाइल में कुछ सांख्य मिले हैं। इसके अलावा अन्य जानकारी भी इन मोबाइल से मिलने की बात एसएसपी श्लोक कुमार ने बताई।