गाजीपुर में एक साथ उठी पति-पत्नी की अर्थी, गांव के सन्नाटे में गूंजता रहा परिजनों का विलाप
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. बीते रविवार को आई तेज आंधी पानी में घर की कच्ची दीवार में दबकर एक साथ मरने वाले पति-पत्नी का सोमवार की शाम को अंतिम संस्कार किया गया। घर से एक साथ पति-पत्नी की लाश उठते जिसने भी देखा उसकी आंखें नम हो गई। इस घटना से दुखी हरिजन बस्ती में चूल्हे नहीं जले। अंतिम संस्कार में बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल हुए।
बता दें कि बीते रविवार को आई तेज आंधी पानी के बाद सैदपुर के खानकह गांव निवासी बहादुर राम (45) अपनी पत्नी प्रेमा देवी (42) के साथ खलिहान स्थित मकान से भैंस का दूध बाल्टी में लेकर घर लौट रहे थे। वह अपने मकान के पीछे स्थित गली से होते हुए दरवाजे पर जा ही रहे थे कि उन्हीं के कच्चे मकान की दीवाल भरभराकर दोनों के ऊपर गिर गई। जिसमें दबकर पत्नी प्रेम देवी की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि बहादुर राम ने सैदपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में दम तोड़ दिया।
घटना के बाद से दंपति के अनाथ हुए बच्चे सुजीत (20) और विकास (15) का रो-रोकर बुरा हाल है। मृत दंपति का बड़ा बेटा सुजीत पॉलिटेक्निक की पढ़ाई कर रहा है और छोटा बेटा विकास बीए की पढ़ाई कर रहा है। गांव के सन्नाटे में घटना की सूचना पाकर पहुंचे नात रिश्तेदारों के रोने की आवाज गूंज रही है। छोटे बेटे विकास ने माता-पिता को मुखाग्नि दिया। दंपति का अंतिम संस्कार चोचकपुर घाट पर किया गया।
ग्रामीणों ने बताया कि बहादुर राम अकेले ही मजदूरी कर घर के खर्च सहित, दोनों बच्चों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए पढ़ा रहे थे। अब बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ मजदूरी भी करनी पड़ेगी या पढ़ाई छोड़नी पड़ सकती है। एक ही झटके में बसा बसाया परिवार उजड़ गया।