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गाजीपुर में चकबंदी विवाद में डीडीसी पर फरियादी को थप्पड़ मारने का आरोप, डीएम कार्यालय में हंगामा

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर जिले में चकबंदी से जुड़े एक मामले ने तूल पकड़ लिया है। नसिरुद्दीनपुर गांव के राम अवध अपने बेटे ऋषिकेश और बेटी प्रियंका के साथ जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे थे, जहां उन पर उप संचालक चकबंदी (डीडीसी) आयुष चौधरी ने थप्पड़ मारने का आरोप लगाया है। यह घटना 04 जून 2025 को हुई और इसके बाद कार्यालय के सामने जमकर हंगामा हुआ। 
क्या है पूरा मामला?
राम अवध का सीताराम के साथ चकबंदी को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा है। मामले की सुनवाई के लिए वे जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे थे। फरियादी ऋषिकेश पर डीडीसी आयुष चौधरी ने वीडियो बनाने का आरोप लगाया और कथित तौर पर उन्हें थप्पड़ मार दिया। राम अवध और उनके परिजनों ने डीडीसी पर विपक्षी से मिलीभगत का भी गंभीर आरोप लगाया है। 
हंगामा और पुलिस का हस्तक्षेप
घटना के बाद फरियादियों ने जिलाधिकारी कार्यालय के सामने हंगामा शुरू कर दिया और डीएम चैंबर के बाहर धरना देने की कोशिश की। सूचना मिलते ही एसडीएम सदर और पुलिस मौके पर पहुंची, जिन्होंने परिजनों को वहां से हटाया। हालांकि, इस दौरान जिलाधिकारी कार्यालय में मौजूद नहीं थे। 
आरोपों का खंडन
अधिकारियों ने फरियादियों के सभी आरोपों से इनकार किया है। डीडीसी आयुष चौधरी ने भी थप्पड़ मारने की बात को खारिज किया है। इस घटना ने चकबंदी से जुड़े मामलों में पारदर्शिता और अधिकारियों की जवाबदेही पर सवाल खड़े कर दिए हैं। 
गाजीपुर में चकबंदी विवादों पर सवाल
यह घटना गाजीपुर में चकबंदी से जुड़े विवादों और प्रशासनिक प्रक्रिया पर सवाल उठाती है। स्थानीय लोग इस मामले में निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं। 
 
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