गाजीपुर अफीम फैक्ट्री का होगा विस्तार, सांसद नीरज शेखर ने फैक्ट्री का किया दौरा
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर जिले में स्थित 200 वर्ष पुरानी अफीम फैक्ट्री का विस्तार किया जाएगा। राज्यसभा सांसद नीरज शेखर ने फैक्ट्री का दौरा किया। इस दौरान मजदूर संगठन ने उन्हें फैक्ट्री की वर्तमान स्थिति से अवगत कराया।
सांसद ने कहा कि यह फैक्ट्री देश हित में महत्वपूर्ण काम कर रही है। यहां निर्मित अफीम का उपयोग मरीजों के इलाज में किया जाता है। फैक्ट्री में लगी 25-30 साल पुरानी मशीनों के नवीनीकरण से उत्पादन 80 मेट्रिक टन से अधिक बढ़ाया जा सकता है। व्यवस्थाओं को और मजबूत करने के लिए भारत सरकार को ज्ञापन सौंपा जाएगा। मोदी सरकार के 11 साल पूरे होने पर सांसद ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के अनुसार भारत में प्रति व्यक्ति आय बढ़ी है। उन्होंने कटरा से जम्मू तक बने दुनिया के सबसे ऊंचे और लंबे पुल का उदाहरण देते हुए देश के विकास को रेखांकित किया। उन्होंने आयुष्मान योजना की विशेषता बताते हुए कहा कि ऐसी योजना विश्व में कहीं नहीं है।
कर्मचारियों ने बताया कि 1820 में स्थापित यह कारखाना जीवनरक्षक दवाओं के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। वर्तमान में यह प्रतिष्ठान 60 टन अफीम के प्रसंस्करण की क्षमता रखता है। पिछले दो वर्षों में तकनीकी कर्मचारियों के प्रयास से 80 टन से अधिक अफीम का प्रसंस्करण किया गया है। नई मशीनों और तकनीक से इस क्षमता को 150 टन प्रतिवर्ष तक बढ़ाया जा सकता है।
बताया कि प्रतिष्ठान की जमीन पर नए सीपीएस प्लांट और कफ सिरप प्लांट की स्थापना प्रस्तावित है। इससे सरकार को अतिरिक्त राजस्व और स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। प्रतिष्ठान में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल तैनात है, इसलिए नए प्लांट के लिए अतिरिक्त सुरक्षा की आवश्यकता नहीं होगी।
पहले गाजीपुर और आसपास के जिलों में अफीम की खेती होती थी, जिसे कुछ वर्ष पहले बंद कर दिया गया। वर्तमान में अफीम राजस्थान से मंगाई जाती है। स्थानीय स्तर पर अफीम की खेती फिर से शुरू करने से परिवहन लागत में कमी आएगी और किसानों को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।