दरोगा जी ने की 'चोरी'! कपड़ों के चार थैले उठाकर चल दिए, SSP ने ले लिया ये एक्शन
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, मेरठ. उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले की ट्रैफिक पुलिस एक बार फिर शर्मनाक आरोपों की वजह से सुर्खियों में है। मेरठ के हापुड़ अड्डे स्थित भगत सिंह मार्केट की एक रेडीमेड गारमेंट्स दुकान से चोरी करते हुए एक टीएसआई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। दुकान के मालिक सीताराम सिंघल ने आरोपी टीएसआई सुमित वशिष्ठ के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है, जिसके बाद उसे लाइन हाजिर कर दिया गया है। ट्रैफिक सब इंस्पेक्टर के खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर दी गई है।
सीसीटीवी में कैद हुई वारदात
यह घटना 10 जून की बताई जा रही है। भगत सिंह मार्केट स्थित सिंघल गारमेंट्स की दुकान पर खरीदारी के लिए भारी भीड़ जुटी थी। इसी दौरान ट्रैफिक पुलिस में तैनात टीएसआई सुमित वशिष्ठ दुकान में घुसा और काउंटर के पास खड़ा हो गया। दुकान के कर्मचारी जब अपने काम में व्यस्त थे, उसी समय उसने मौका देखकर चार थैले उठाए और चुपचाप दुकान से निकल गया। इन थैलों में गारमेंट्स भरे थे।
दुकान मालिक ने बाद में जब सीसीटीवी फुटेज खंगाला, तो सुमित वशिष्ठ की चोरी की करतूत सामने आ गई। वायरल वीडियो में वह साफ तौर पर थैले ले जाता दिखाई दे रहा है। मामला गरमाने के बाद आरोपी टीएसआई को लाइन हाजिर कर दिया गया।
सीताराम सिंघल ने बताया कि जब उन्होंने दरोगा से चोरी की घटना का जिक्र किया और वीडियो दिखाया तो वह झूठ बोलने लगा। इसके बाद उसने बदले की भावना से उनके ग्राहकों को डराना और चालान काटना शुरू कर दिया। इससे उनके दुकान में सेल्स पर बुरा असर पड़ा। दुकान मालिक ने यह भी बताया कि टीएसआई की ड्यूटी उनकी दुकान के पास ही थी। इससे वह लगातार ग्राहकों को परेशान करता रहा।
व्यापारियों ने की कार्रवाई की मांग
व्यापारी नेता अजय गुप्ता और अन्य व्यापारियों ने इस घटना पर कड़ा ऐतराज जताते हुए टीएसआई सुमित वशिष्ठ के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। उन्होंने पुलिस को बताया कि कैसे दरोगा न सिर्फ चोरी कर रहा था, बल्कि पीड़ित व्यापारी को मानसिक रूप से प्रताड़ित भी कर रहा था। मामला शीर्ष अधिकारियों तक पहुंचा। वहीं, सोशल मीडिया पर भी चोरी की वारदात का वीडियो चलने लगा।
एसएसपी ने बैठाई जांच
मेरठ के एसएसपी विपिन ताडा ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एसपी ट्रैफिक राघवेंद्र मिश्रा को पूरे मामले की जांच सौंपी। जांच के बाद टीएसआई सुमित वशिष्ठ को निलंबित कर दिया गया है। उसके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं। एसएसपी ने मामले में कहा कि कानून सबके लिए बराबर है। चाहे कोई आम नागरिक हो या वर्दीधारी अधिकारी, दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। (इनपुट: रामबाबू मित्तल)