ग़ाज़ीपुर जिले के सभी थानों में साइबर हेल्प डेस्क स्थापित, अधिकारियों को दिया गया प्रशिक्षण
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर में साइबर अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस ने महत्वपूर्ण कदम उठाया है। पुलिस अधीक्षक ने बीती देरशाम पुलिस लाइन सभागार में साइबर थाना और सभी थानों के साइबर हेल्प डेस्क के अधिकारियों के साथ कार्यशाला का आयोजन किया।
उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक के निर्देश पर जनपद के सभी थानों में साइबर हेल्प डेस्क की स्थापना की गई है। कार्यशाला में अधिकारियों को साइबर धोखाधड़ी से बचाव के लिए प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान अपर पुलिस अधीक्षक नगर/ग्रामीण, क्षेत्राधिकारी नगर और साइबर थाना टीम मौजूद रही।अन्य क्षेत्राधिकारी और थानाध्यक्ष वर्चुअल माध्यम से जुड़े।
कार्यशाला में नागरिकों के लिए महत्वपूर्ण सुरक्षा दिशा-निर्देश जारी किए गए। एटीएम से पैसे निकालते समय गार्ड वाले एटीएम का प्रयोग करने और कार्ड किसी अनजान को न देने की सलाह दी गई। वेबसाइट पर व्यक्तिगत जानकारी साझा करने से पहले सत्यापन करने को कहा गया। कस्टमर केयर नंबर केवल आधिकारिक वेबसाइट से लेने की हिदायत दी गई। बैंक केवाईसी अपडेट के लिए कभी भी ओटीपी या पिन नंबर नहीं मांगते हैं। साथ ही सोशल मीडिया का सुरक्षित प्रयोग करने और आपत्तिजनक पोस्ट न करने की चेतावनी दी गई।
अनजान व्यक्तियों द्वारा भेजे गए किसी भी ऐप या लिंक को डाउनलोड न करें। पैसे प्राप्त करते समय कभी भी अपनी यूपीआई आईडी या पासवर्ड नहीं डालें।
सोशल मीडिया पर अनजान लोगों को मित्र न बनाएं। कुछ धोखेबाज लोग फर्जी स्क्रीनशॉट भेजकर पैसों की वापसी का झांसा देते हैं। ऐसी स्थिति में अपने खाते का बैलेंस जरूर चेक करें।
सोशल मीडिया पर किसी भी सूचना को बिना जांचे शेयर न करें। भड़काऊ या सांप्रदायिक तनाव फैलाने वाली पोस्ट, वीडियो या तस्वीरें साझा न करें। किसी धर्म या समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली सामग्री पोस्ट करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
साइबर फ्रॉड की शिकायत तुरंत हेल्पलाइन नंबर 1930 या स्थानीय थाने के साइबर हेल्प डेस्क पर करें। इससे खाते में मौजूद राशि को होल्ड कराया जा सकता है। शिकायत साइबर क्राइम पोर्टल पर भी दर्ज करा सकते हैं।
गाजीपुर पुलिस सोशल मीडिया पर सभी पोस्ट की निगरानी कर रही है। आपत्तिजनक या भ्रामक सामग्री फैलाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।