मंदिर में निर्वस्त्र युवक ने भक्तों को त्रिशूल लेकर दौड़ाया, पुलिस को कुर्सियों से मारा, मां बोली- टीचर था बेटा
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, इटावा. इटावा में एक मानसिक विक्षिप्त युवक शिव मंदिर में घुस गया। एक-एक करके युवक ने सारे कपड़े उतार दिए। इसके बाद मंदिर से शिवजी का त्रिशूल लेकर श्रद्धालुओं को धमकाने लगा।
![]() |
पुलिस को देखते ही विशाल ने उन पर कुर्सी से हमला कर दिया। इतने वार किए कि कुर्सी टूट-फूट गई। |
मंदिर में अफरा-तफरी मच गई। डर के मारे लोग इधर-उधर भागने लगे। रोकने पहुंचे एक पुलिस कर्मी पर प्लास्टिक की कुर्सी से इतने जोरदार प्रहार किए कि कुर्सी टूट-फूट गई। युवक ने खुद को भी घायल कर लिया। पुलिस ने जैसे तैसे युवक को रस्सी से बांधकर काबू में किया। इसके बाद उसे कपड़े पहनाकर इलाज के लिए भिजवाया। युवक ने करीब आधे घंटे तक हाईवोल्टेज ड्रामा किया। घटना से जुड़ा वीडियो भी सामने आया है।
![]() |
पुलिस ने श्रद्धालुओं की मदद से रस्सी से बांधकर युवक को काबू में किया। |
युवक की मां ने बताया- मेरा बेटा पहले टीचर था। पर उसकी मानसिक स्थिति खराब हो गई। पिछले 3 दिनों से अजीब हरकतें कर रहा था। बिना बताए घर से निकला था। बार-बार घर छोड़कर भाग जाता था।
![]() |
मां सुमन ने बताया- मेरा बेटा पहले प्राइवेट स्कूल में कंप्यूटर का टीचर था। बाद में मानसिक स्थिति खराब हो गई। तीन दिनों से अजीब हरकतें कर रहा था। |
पूरा मामला पढ़िए... घटना शहर के बीचों-बची नगर कोतवाली क्षेत्र स्थित पक्का तालाब के प्रसिद्ध श्री तुरन्तानाथ महादेव मंदिर की है। रात 9:30 बजे नौरंगाबाद निवासी विशाल यादव पुत्र स्व. ओमप्रकाश शिव मंदिर में श्रद्धालुओं की तरह पहुंचा, लेकिन कुछ देर बाद उसने एक-एक कर अपने कपड़े उतार दिए। फिर मंदिर परिसर में रखे त्रिशूल को उठाकर लोगों को डराने लगा। श्रद्धालु पूजा छोड़कर मंदिर से बाहर भाग निकले।
पुलिस पहुंची तो कुर्सियों से हमला किया, खुद भी घायल हुआ कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची तो युवक ने पहले गालियां दीं, फिर एक पुलिसकर्मी पर प्लास्टिक की कुर्सी और स्टूल फेंकने लगा। पास आने पर कुर्सी से कई वार किए। कुर्सी टूट गई। प्रत्यक्षदर्शी पंकज पांडेय ने बताया- युवक ने खुद को मंदिर की ग्रिल में सिर पटक लिया, जिससे उसके सिर से खून बहने लगा था। इसके बाद पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से उसे रस्सी से बांधकर काबू में लिया।
तीन दिन से असामान्य था, पहले स्कूल में पढ़ाता था विशाल की मां सुमन देवी ने बताया कि बेटा पिछले तीन दिन से अजीब व्यवहार कर रहा था। कई बार घर से भाग गया, किसी से ढंग से बात नहीं कर रहा था। वह पहले एक निजी स्कूल में कंप्यूटर शिक्षक था, लेकिन कुछ समय पहले नौकरी छोड़ चुका है।
अस्पताल में भर्ती, मानसिक जांच जारी विशाल को डॉ. भीमराव अंबेडकर राजकीय संयुक्त चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी मानसिक और शारीरिक स्थिति की जांच हो रही है। पुलिस का कहना है कि युवक की हालत सामान्य होने के बाद ही उससे पूछताछ की जा सकेगी और यह साफ हो सकेगा कि उसने मंदिर परिसर में ऐसा कृत्य क्यों किया।
श्रद्धालु डरे, मंदिर में फैला खून, सफाई कराई गई घटना के दौरान मंदिर में मौजूद श्रद्धालु डर के मारे भाग खड़े हुए। मंदिर प्रबंधन ने बताया कि त्रिशूल के इस्तेमाल और सिर फोड़ने की वजह से परिसर में खून फैल गया, जिसे घटना के बाद साफ कराया गया।