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बस में मोबाइल चार्जिंग को लेकर युवतियों में मारपीट, जमकर चले लात-घूसे, दरोगा ने 1 KM पीछा कर पकड़ा

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, कानपुर. कानपुर में प्राइवेट बस में मोबाइल चार्ज करने को लेकर ड्राइवर की पत्नी और एक युवती में मारपीट हो गई। दोनों में जमकर लात-घूसे चले। बस ड्राइवर की पत्नी ने युवती के बाल पकड़कर सीट से नीचे गिराने की कोशिश की। लेकिन, युवती ने लात मारकर उसे दूर कर दिया।
युवती का भाई जब उसे बचाने पहुंचा, तो ड्राइवर के साथियों ने उसकी पिटाई कर दी। युवती ने बस रोकने को कहा, तो ड्राइवर ने बस और तेज दौड़ा दी। पनकी अर्मापुर नहर के पास ट्रैफिक दरोगा को देख युवती ने शोर मचाया। इसके बाद दरोगा ने 1 किमी पीछा कर बस रुकवाई। फिर पुलिस दोनों पक्षों को लेकर पनकी थाने पहुंची। यहां बस ड्राइवर की पत्नी और युवती के खिलाफ शांतिभंग की धारा में कार्रवाई की। इस पूरी घटना का वीडियो भी सामने आया है।

पनकी इंस्पेक्टर मानवेंद्र सिंह ने बताया- अहमदाबाद से कानपुर वाया राजस्थान एक प्राइवेट बस जा रही थी। इस बस में शुक्रवार शाम करीब 7.30 बजे शाहजहांपुर के सुभाष नगर निवासी पारुल सिंह अपने भाई नितिन के साथ सवार हुई। वो लोग कानपुर आ रहे थे। भाई-बहन चित्तौड़गढ़ (राजस्थान) से सांवरिया सेठ के दर्शन कर लौट रहे थे।

बस सोनू विश्वकर्मा चला रहा था। वह को जालौन के गुडाह गांव का रहने वाला है। बस में उसकी पत्नी रेनू भी सफर कर रही थी। साथ ही उसके साथी जालौन में रहने वाले अभिषेक सिंह, मो. सलीम उर्फ मोनू भी सवार थे। बस ड्राइवर की पत्नी कोटा से कानपुर आ रही थी।


कानपुर की सीमा पर पहुंचने के दौरान मोबाइल चार्ज करने को लेकर रेनू और पारुल के बीच विवाद हो गया। बात बढ़ी तो दोनों के बीच हाथापाई शुरू हो गई। पारुल के भाई नितिन ने रेनू को रोकने की कोशिश की, तो बस ड्राइवर के साथियों ने उसके साथ मारपीट कर दी।

फिर रेनू ने पारुल के बाल पकड़ लिए। उसे सीट से नीचे गिराने का प्रयास किया। तभी उसे उसके भाई नितिन ने पकड़ लिया। मारपीट के दौरान दोनों पक्षों में जमकर गाली-गलौज भी हुई। पारुल ने ड्राइवर से बस रोकने को कहा। लेकिन, रेनू ने पति को बस न रोकने की हिदायत दी।

ड्राइवर ने बस दौड़ाई, बोला- डिपो में तुम भाई-बहन को सबक सिखाऊंगा
पत्नी के कहने पर ड्राइवर ने बस तेज दौड़ानी शुरू कर दी। उसने पारुल और उसके भाई को धमकी दी। कहा कि बस अब फजलगंज डिपो पर ही रुकेगी। वहीं बताता हूं तुम दोनों को। वहीं सबक सिखाऊंगा।

लेकिन, बस पनकी अर्मापुर नहर के पास पहुंची ही थी, तभी पारुल ने ट्रैफिक दरोगा राजकुमार सिंह तोमर को देख लिया। इसके बाद पारुल ने हेल्प-हेल्प कहकर चिल्लाना शुरू कर दिया। शोर सुनकर ट्रैफिक दरोगा राजकुमार सिंह ने कार से बस का पीछा करना शुरू कर दिया। उन्होंने करीब 1 किमी मीटर पीछा कर बस को रुकवाया।

पुलिस दोनों पक्षों को थाने लेकर आई, जहां दोनों के खिलाफ कार्रवाई की गई। पनकी इंस्पेक्टर ने बताया कि मोबाइल चार्जिंग लगाने को लेकर दोनों पक्षों के बीच मारपीट हुई थी। दोनों महिलाओं के खिलाफ शांतिभंग की धारा में कार्रवाई की गई है।
 
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