गाजीपुर में बेकाबू ट्रैक्टर मकान में घुसा, 2 की मौत, कई घायल
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर जिले में मंगलवार की शाम एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ, जब एक बेकाबू ट्रैक्टर अचानक सड़क से हटकर एक घर में घुस गया। यह घटना खानपुर थाना क्षेत्र के बिहारीगंज-मेहनाजपुर मार्ग पर ददरा मोड़ के पास हुई। ट्रैक्टर की चपेट में आने से छह लोग बुरी तरह घायल हो गए, जिनमें से दो की मौके पर ही मौत हो गई। इस दुखद घटना ने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया है, और स्थानीय निवासियों में गुस्सा और दर्द की लहर दौड़ गई है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, ट्रैक्टर चालक ने अचानक नियंत्रण खो दिया, जिससे वाहन सीधा सड़क किनारे बने एक घर की दीवार तोड़कर अंदर घुस गया। घर में उस समय परिवार के सदस्य और कुछ मेहमान मौजूद थे, जो रोजमर्रा के कामों में व्यस्त थे। हादसे की चपेट में आए छह लोगों में से दो की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि बाकी चार घायलों को तुरंत इलाज के लिए नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सैदपुर ले जाया गया। डॉक्टरों के मुताबिक, घायलों की हालत गंभीर बनी हुई है, और उन्हें बेहतर चिकित्सा सुविधा के लिए आगे रेफर किया जा सकता है।
मृतकों की पहचान अभी पूरी तरह से स्पष्ट नहीं हुई है, लेकिन बताया जा रहा है कि वे मुंबई से आज ही गाजीपुर पहुंचे थे। वे एक पारिवारिक तेरहवीं कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आए थे, जो कि हिंदू रीति-रिवाजों में मृत्यु के बाद का एक महत्वपूर्ण अनुष्ठान होता है। परिवार के सदस्यों का कहना है कि वे सुबह ही ट्रेन से उतरे थे और घर पर आराम कर रहे थे, जब यह अप्रत्याशित हादसा हो गया। इस घटना ने न केवल परिवार को तोड़ दिया है, बल्कि पूरे गांव में शोक की लहर फैला दी है। मृतकों के परिजन रो-रोकर बेहाल हैं, और वे न्याय की मांग कर रहे हैं।
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय लोग बड़ी संख्या में मौके पर जमा हो गए। गुस्साए ग्रामीणों ने ट्रैक्टर चालक की लापरवाही का आरोप लगाते हुए सड़क जाम कर दी, जिससे यातायात पूरी तरह ठप हो गया। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि इलाके में ट्रैक्टरों की तेज रफ्तार और अनियंत्रित ड्राइविंग एक आम समस्या है, जो पहले भी कई हादसों का कारण बन चुकी है। वे प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि चालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और सड़क सुरक्षा के लिए उपाय किए जाएं। जाम की वजह से कई वाहन फंस गए, और यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
सूचना मिलने पर पुलिस और प्रशासन के अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे। सैदपुर के सर्किल ऑफिसर (सीओ) अनिल कुमार और तहसीलदार हिमांशु सिंह ने स्थिति को संभालने की कोशिश की। वे प्रदर्शनकारियों से बातचीत कर उन्हें समझाने-बुझाने में लगे रहे। अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि हादसे की जांच की जाएगी और दोषियों को सजा मिलेगी। साथ ही, घायलों के इलाज में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। पुलिस ने ट्रैक्टर को जब्त कर लिया है, और चालक की तलाश जारी है, जो हादसे के बाद फरार हो गया था।
यह हादसा गाजीपुर जिले में सड़क दुर्घटनाओं की बढ़ती संख्या को उजागर करता है। हाल के महीनों में यहां कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जहां ट्रैक्टर या अन्य भारी वाहनों की वजह से जान-माल का नुकसान हुआ है। उदाहरण के लिए, मई में एक ट्रैक्टर पलटने से दो लोगों की मौत हो गई थी, और फरवरी में महाकुंभ से लौटते श्रद्धालुओं का हादसा हुआ था। विशेषज्ञों का मानना है कि ग्रामीण इलाकों में सड़कें संकरी होने और वाहनों की ओवरलोडिंग के कारण ऐसे हादसे बढ़ रहे हैं। प्रशासन को चाहिए कि सड़क सुरक्षा अभियान चलाए और चालकों को प्रशिक्षण दे।
पीड़ित परिवारों को सहायता प्रदान करने के लिए स्थानीय एनजीओ और सामाजिक संगठन आगे आए हैं। वे घायलों के इलाज में मदद कर रहे हैं और मृतकों के अंतिम संस्कार की व्यवस्था कर रहे हैं। घटना से प्रभावित इलाके में तनाव का माहौल है, लेकिन अधिकारियों की कोशिशों से स्थिति नियंत्रण में आ रही है। पुलिस ने मामले की एफआईआर दर्ज कर ली है, और जांच जारी है। आगे की अपडेट्स के लिए बने रहें।इस दुखद घटना ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा की जरूरत पर जोर दिया है। उम्मीद है कि प्रशासन ऐसे हादसों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाएगा, ताकि निर्दोष लोगों की जान बच सके।