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मिशन 2019: समाजवादी टिकट के लिए पूर्व पर्यटन मंत्री ओमप्रकाश सिंह व पूर्व सांसद राधेमोहन सिंह के बीच रेस !

गाजीपुर। लोकसभा चुनाव 2019 का समय जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, सियासी दलों में सरगर्मी तेज हो गयी है। राजनैतिक दलों के नेता अपने बड़े नेताओं का गणेश परिक्रमा शुरू कर दिये हैं ताकि टिकट बटवारें के समय वह उनके पक्ष लामबंदी कर सकें। समाजवादी पार्टी में सरगर्मी अन्‍य दलों से ज्‍यादा है। 2014 में समाजवादी पार्टी का बैकवर्ड कार्ड फेल होने से अब हाईकमान फारवर्ड पर दांव लगाने का नब्‍ज टटोल रहा है। 

2014 में समाजवादी पार्टी के प्रत्‍याशी शिवकन्‍या कुशवाहा भाजपा के प्रत्‍याशी मनोज सिन्‍हा से लगभग 32 हजार मतों से पराजित हो गयी थी। समाजवादी पार्टी के हाईकमान ने सपा के सीटिंग सांसद राधेमोहन सिंह का टिकट काटकर शिवकन्‍या को अपना उम्‍मीदवार बनाया था। इनका टिकट कटवाने में सपा सूत्रों के अनुसार पूर्व मंत्री विजय मिश्रा और पूर्व पर्यटन मंत्री ओमप्रकाश सिंह का महत्‍वपूर्ण भूमिका थी। टिकट कटने के बावजूद राधेमोहन सिंह पार्टी में बनें रहें और लोकसभा, विधानसभा चुनाव में सपा प्रत्‍याशियों के प्रचार भी किया। 2019 के टिकट के रेस में सवण कोटे में राधेमोहन सिंह और ओमप्रकाश सिंह नाम प्रमुखता से लिया जा रहा है। 

इन दोनो नेताओं ने अभी से कमर कस लिया है। प्रदेश सम्‍मेलन से लगाई राष्‍ट्रीय सम्‍मेलन तक अपनी उपस्थिति हाईकमान के खाते में दर्ज कराया। जिले में भी दोनो नेता शादी-विवाह व अन्‍य अवसरों पर कार्यकर्ताओं व समाजवादी शुभचिंतकों के घर पहुंच रहें है। दिन-रात एक कर अपने पक्ष में माहौल बनाने का प्रयास कर रहें है। इसके लिए जिले के नेताओं को भी अपने पक्ष में लामबंध करने का प्रयास कर रहें है। 

जिससे हाईकमान के सामने जिले के नेताओं से अपना पक्ष रखवाया जा सकें। पूर्व सांसद राधेमोहन सिंह ने ग़ाज़ीपुर न्यूज़ को वार्ता में बताया कि अपने कार्यकाल में गाजीपुर के लिए हर संभव प्रयास किया। रौजा ओवरब्रिज, करमपुर में एसट्रोटर्फ, सेंट्रल स्‍कूल के एनओसी आदि सैकड़ों उदाहरण हैं। उन्‍होने कहा कि मैं हाईकमान के सामने यही प्रार्थना करूंगा की 2014 में हमकों पार्टी ने इसलिए टिकट नही दिया कि मैं चुनाव हार जाउंगा। पार्टी के निर्णय को मैने स्‍वीकार किया। हमारी मांग है कि जो नेता 2017 में विधानसभा चुनाव हारे है उनके साथ क्‍या निर्णय लेंगी पार्टी, हमें 2014 का इंसाफ चाहिए। 

दूसरी तरफ पूर्व पर्यटन मंत्री ओमप्रकाश सिंह सपा सुप्रीमो के नजदीकी बड़े नेताओं से लगातार सम्‍बंध सुधारकर अपने को समाजवादी मुख्‍यधारा में लाने के लिए ऐड़ी से चोटी तक का जोर लगा दिये है। इसी क्रम में गहमर के एक कालेज के वार्षिक उत्‍सव में पूर्व मंत्री रामगोविंद चौधरी को बतौर मुख्य अतिथि बुलाया जा रहा है। पूर्व पर्यटन मंत्री के समर्थकों का यह विश्‍वास है कि नेताजी पांच बार विधायक, एक बार सांसद, दो बार कैबिनेट मंत्री रह चुके है। यही भाजपा प्रत्‍याशी मनोज सिन्‍हा को टक्‍कर दे सकते हैं। 

राधेमोहन सिंह और ओमप्रकाश के बीच समाजवादी टिकट के रेस में कौन जीतेगा यह आने वाला समय बतायेगा। फिलहाल बैकवर्ड समाज भी अपनी दावेदारी दमदारी से अखिलेश यादव के दरबार में रख रही है। जिसमें विजय यादव एमएलसी, जगदीश कुशवाहा, छोटू यादव आदि प्रमुख है।

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