गाजीपुर - हिस्ट्रीशीटर ने दी फेसबुक के जरिये विधायक को धमकी!

और आप …(पीयूष ) …(मुन्ना) के कहने में न आवे। बाकी आप की मर्जी। जो बोवेगे वही काटेंगे’। हालांकि उसके इस पोस्ट पर कई लोगों ने कमेंट भी किया है। उसके कुछ करीबी विधायक को कोसे हैं तो ज्यादातर ने उसे ही दोषी ठहराया है। यहां तक कहा है कि वह बिरादरी के खिलाफ जा रहा है। वह दूसरों (मुख्तार अंसारी) के हाथों में खेल रहा है। मालूम हो कि नोनहरा थाने की कठवामोड़ पुलिस चौकी पर एसओ नोनहरा केपी सिंह से दोस्ताना अंदाज में बात कर रहा था। उसी बीच उधर से गुजरीं विधायक अलका राय के काफिले में शामिल लोगों की नजर उस पर पड़ी। काफिला रुक गया। विधायक एसओ के पास पहुंची थीं और कुख्यात अपराधी से इस तरह बात करने पर उन्हें टोकीं थीं।
तब तक अमित राय वहां से खिसक गया था। एसओ अपनी गलती कबूलने के बजाय विधायक से ही उलझ गए थे। उसके बाद विधायक तथा उनके समर्थक पुलिस चौकी में धरने पर बैठ गए थे। उनकी मांग थी कि अमित राय जैसे अपराधी से साठगांठ रखने वाले एसओ नोनहरा के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो। धरने की खबर के बाद डीएम के बालाजी तथा एसपी सोमेन बर्मा मौके पर पहुंचे थे और उनके आश्वासन के बाद धरना खत्म हुआ था।
मौके पर ही था अमित
चर्चा है कि कठवा मोड़ पुलिस चौकी पर एसओ नोनहरा से हिस्ट्रीशीटर अमित राय को बात करते देख विधायक अलका राय का काफिला रुका। उसी वक्त अमित राय वहां से हटा और किसी तरह पुलिस चौकी की ही छत पर चढ़ कर दुबक गया। वह वहां काफी देर तक रहा और सारा माजरा सुनता रहा। फिर वह अपनों को फोन किया। उसके बाद उसके साथी पुलिस चौकी के पीछे पहुंचे और अमित को छत से उतार कर चार पहिया से लेकर चले गए थे।