गाजीपुर: लुटे काफिले की याद में मनाया गया चेहलुम
गाजीपुर। नगर स्थित नुरूद्दीनपुरा के इमामबाड़ा वक्फ उम्मे लैला बीबी से जफर अब्बास व अज्नुमन गुलजार मोहम्मदी रजिस्टर्ड के तत्वावधान में चेहलुम का प्राचीन जुलूस अपनी परम्परानुसार तड़के सुबह की नमाज के बाद शिया धर्म गुरू तनवीरूल हसन ने अभारी एंव जुलजनाह का परिचय कराते हुए जुलूस बरामद कराया।
जिसमें धर्मगुरू बताते है कि 10 मुहर्रम सन 61 हिजरी में हजरत मोहम्मद साहब के नवास इमाम हुसैन को उनके परिवारिजनों तथा साथियों के साथ शहीद कर दिया तथा उनके परिवार की महिलाओं व बच्चो को कर्बला से कूफा से शाम दमिश्क जो कि सीरि की राजधानी है और शाम से फिर कर्बला पैदल लगभग 1200 किमी चलाया जहां हुसैन की दहन जैन व कुलसुम ने अपने भाई का चालीसवा चेहलुम मनाया।
जिसकी याद में विश्व भर में यह पर्व मनाया जाता है। यह जुलूस सब्जी मंडी, एमएएच स्कूल, रजदेपुर, टड़वां रौजा, ओवर ब्रिज होते हुए मिश्रबाजार स्थित रौजा फातमान पहुंचा। जिसमें जाबिर अली साहब ने लुटे हुए काफिले की परेशिनियों पर प्रकाश डाला। अंत में शिया धर्मगुरू तनवीरूल हसन ने अंतिम तकरीर कर सभी लोगो की आंखो में आंशू लाने पर मजबूर कर दिया। अंत में जाकर एंद सय्यद हसन ने आये हुए लोगो का अभिवादन किया।