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गाजीपुर: बिन बिजली जीवन रक्षक दवाइयों के 'जीवन' पर संकट

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर बिजली विभाग की लापरवाही से जीवन रक्षक दवाइयां खराब होने के कगार पर पहुंच चुकी हैं। वजह सीएमओ कार्यालय में विद्युत आपूर्ति के लिए लगा ट्रांसफार्मर तीन दिनों से जला पड़ा है। इसके चलते कार्य प्रभावित होने से वहां के कर्मचारी व अधिकारी काफी परेशान हैं। यही नहीं भार अधिक बढ़ाने के लिए 63 केवीए का ट्रांसफार्मर लगाने के लिए धनराशि जमा किए करीब एक वर्ष होने जा रहा है लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है।

जिले भर की स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर तरीके से चलाने के लिए सीएमओ कार्यालय के औषधि भंडार व वैक्सीन कक्ष में जीवन रक्षक दवाइयां रखी गईं हैं। इन्हें दो से आठ डिग्री के तापमान पर सुरक्षित रखा जाता है। इसके लिए विभाग की ओर से बकायदा व्यवस्था भी की गई है, लेकिन तीन दिन से 25 केवीए का ट्रांसफार्मर जला होने के कारण इन दवाइयों के खराब होने का खतरा ज्यादा बढ़ गया है। सुबह पांच से छह घंटे जेनरेटर चलाकर तो किसी तरह इन्हें बचाने का प्रयास किया जा रहा है लेकिन रात के समय अनुकूल तापमान न मिलने से दवा धीरे-धीरे खराब हो रही है। 

वहीं इलेक्ट्रानिक उपकरणों के शोपीस बन जाने से कार्य भी काफी प्रभावित हो रहा है। यहां तैनात कर्मचारी गर्मी में किसी तरह कार्य करने को विवश हैं, लेकिन बिजली विभाग की तंद्रा टूटने का नाम तक नहीं ले रही है। स्थिति यह है कि विद्युत विभाग के अधिकारियों को यहा तक पता नहीं है कि ट्रांसफार्मर भी जला हुआ है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी इसकी जानकारी देते थक चुके हैं। इसके अलावा ट्रांसफार्मर का भार बढ़ाने के लिए विभाग की ओर से बीते वर्ष 14 जुलाई 2018 को 96 हजार 76 रुपया भी जमा कर दिया गया। इसके बावजूद विद्युत विभाग की ओर से कोई कदम अब तक नहीं उठाया गया। जब जनपद के महत्वपूर्ण विभाग को लेकर बिजली विभाग का रवैया ऐसा है तो सामान्य तौर बिजली आपूर्ति की व्यवस्था कैसी होगी। इसकी सहजता से अनुमान लगाया जा सकता है।


प्रभावित हो सकता है टीकाकरण अभियान
बिजली विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की लापरवाही के चलते वैक्सीन कक्ष में रखी गई महत्वपूर्ण दवाइयों के खराब होने से टीकाकरण अभियान पूरी तरह से प्रभावित हो सकता है। प्रतिरक्षण अधिकारी डा. आरके सिन्हा ने बताया कि ट्रांसफार्मर जलने की जानकारी दी गई है, लेकिन बिजली विभाग की ओर से अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। अभी कई टीकाकरण अभियान संचालित होने वाले हैं व कई चल रहे हैं। ऐसी स्थिति में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।

ट्रांसफार्मर जलने की जानकारी नहीं थी, तत्काल बदलने के लिए अधिकारियों व कर्मचारियों को निर्देशित किया जाएगा। साथ ही भार बढ़ाने के लिए लगने वाले 63 केवीए के ट्रांसफार्मर के संबंध में संबंधित अधिकारियों पूछताछ की जाएगी कि आखिरकार अब तक ट्रांसफार्मर क्यों नहीं लगा।
- सुरेंद्र नाथ शुक्ला, अधीक्षण अभियंता

खराब हो सकती हैं ये दवाइयां
  • बीसीजी वैक्सीन
  • पेंटा वैक्सीन
  • आईएफआईवी वैक्सीन
  • रोटा वैक्सीन
  • एमआर वैक्सीन
  • टीडी वैक्सीन
  • ओपीवी वैक्सीन
  • एआरबी वैक्सीन
  • एंटी स्नैक वेनम
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