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गाजीपुर: सिर्फ हाइवे ही नहीं नगर के चौराहे भी खतरनाक

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर दिसंबर व जनवरी माह में कोहरा काफी बढ़ जाता है। ऐसे में सभी वाहन चालकों को सावधान रहना बेहद जरूरी है, लेकिन एक बात का ध्यान रहे यह सावधानी सिर्फ हाइवे या ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कों पर ही नहीं बल्कि नगर के चौराहों पर होनी चाहिए। क्यों कि कोहरे में यह हाइवे से भी ज्यादा खतरनाक साबित हो सकते हैं।

बीते साल नगर के प्रमुख भुतहिया टांड़, विकास भवन और विशेश्वरगंज चौराहा और रौजा तिराहे का सुंदरीकरण हुआ। उस समय मानक का तनिक भी ध्यान नहीं रखा गया। यही कारण है कि भुतहियाटांड़, विशेश्वरगंज चौराहा और रौजा तिराहे पर कई बार वाहन टकरा गए, जिससे वह क्षतिग्रस्त भी हो गये हैं। हालांकि अभी तक कोई दर्दनाक हादसा नहीं हुआ है। ऐसे में कोहरे के समय इन चौराहों पर विशेष सावधानी की जरूरत है। हाइवे पर तो फाग लाइट, इंडीकेटर के सहारे सकुशल यात्रा पूरी कर सकते हैं, लेकिन यह चौराहे ऐसे हैं जो अचानक आगे नजर आते हैं, तब तक देर हो चुकी होती है। इसलिए शहर में चलते हुए सावधानी बरतनी जरुरी है।

कुछ ऐसी है स्थिति
नगर का भुतहियाटांड़ चौराहा सबसे खतरनाक है। सड़क के ठीक बीच में गोलबंर बनाया गया है और यह काफी बड़ा भी है। साफ-साफ शब्दों में कहें तो आगे दीवार और अगल-बगल है दुकान। इसलिए यहां आने से पहले ही हो जाएं सावधान। साफ मौसम में भी रात के अंधेरे में भी इस गोलबंर से कई वाहनों का टक्कर हो चुका है। कोहरे में पहले से सतर्क नहीं रहे तो आपको को सावधान होने का भी मौका नहीं मिलेगा। गोलंबर से बचने की कोशिश करेंगे अगल-बगल स्थित दुकान में घुस जाएंगे। इसी प्रकार विकास भवन चौराहा भी है। इसे पार करते समय एकाएक वाहनों का मोड़ना पड़ता है। यही कारण लोग दिन में भी गिरकर घायल हो जाते हैं। विशेश्वरगंज चौराहे के अंध मोड़ जैसा है। रौजा तिराहा तो इस समय सबसे खतरनाक हो गया है। अगर मुहम्मदाबाद की तरफ से वाहन लेकर आएंगे और मऊ की जाना है तो इस जिलेबिया मोड़ से आपको निबटना पड़ेगा।

..वो लौट के घर न आए
दुल्लहपुर थाना क्षेत्र के रेलवे क्रासिग के पास 10 नवंबर 2017 की सुबह करीब सवा छह बजे घने कोहरे के चलते दो ट्रकों की भिड़ंत में घायल हुई झोरिया गांव निवासी 60 वर्षीया कुंवरी देवी पत्नी अभीराम चौहान की मौत हो गई थी। वहीं देवा गांव निवासी 50 वर्षीय पारस बासफोर गंभीर रूप से घायल हो गए थे। घना कोहरा होने के कारण ट्रक चालक ने क्रासिग के पास खड़े दूसरे ट्रक को देख नहीं पाया और इतना जोरदार टक्कर मार दिया था। 

इस दौरान क्रासिग को पार कर रही कुंवरी देवी इसकी चपेट में आ गई थीं। इनके पुत्र रामानंद ने बताया कि घने कोहरे और लापरवाह ट्रक चालक के कारण मेरी मां की असमय मौत हो गई थी। इससे हमारे पिता जी भी सदमे में आ गए। दूसरे पुत्र रामअवध घटना के बारे में बताते हुए भावुक हो गए। उन्होंने सभी से आह्वान किया है कि घने कोहरे में भारी वाहन चालकों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। अगर उस दिन भी ट्रक चालक सावधानी से वाहन चला रहा होता तो आज हमारी जिदा होतीं।
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